रिएक्टर विस्फोट के 24 घंटे बाद भी कोई पता नहीं
संगारेड्डी। सिगाची क्लोरो केमिकल्स लिमिटेड (Sigachi Chloro Chemicals Limited) में सोमवार को ड्यूटी पर आए युवा तेलुगू दंपत्ति का पशमिलाराम औद्योगिक क्षेत्र स्थित रिएक्टर विस्फोट के 24 घंटे बाद भी कोई पता नहीं चल पाया है। उनकी पहचान निखिल रेड्डी (30) और श्री राम्या (28) के रूप में हुई है, जो आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले के जम्मालामदुगु (jammalamadugu) के मूल निवासी हैं। वे कई सालों से उद्योग में काम कर रहे थे और हाल ही में प्यार में पड़ने के बाद शादी के बंधन में बंध गए। शादी के बाद लंबे समय तक छुट्टी लेने के बाद दोनों ने तीन दिन पहले ही काम पर वापसी की है।
वैसे तो यह जोड़ा आम तौर पर अलग-अलग शिफ्ट में काम करता था, लेकिन उस दिन वे दोनों एक ही समय पर काम पर पहुंचे। फैक्ट्री परिसर में घुसने के एक घंटे से भी कम समय बाद धमाका हुआ। गहन तलाशी अभियान के बावजूद मंगलवार शाम तक उनके शवों का पता नहीं चल सका था, जिससे परिवार के सदस्य और सहकर्मी उनके भाग्य की पुष्टि के लिए उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे थे।
कविता ने पशमैलारम विस्फोट पीड़ितों से की मुलाकात
हैदराबाद। बीआरएस एमएलसी के कविता ने मंगलवार को पठानचेरूवु के एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे सिगाची उद्योग विस्फोट के घायल पीड़ितों से मुलाकात की। राज्य सरकार की लापरवाही की आलोचना करते हुए उन्होंने लगातार निरीक्षण करने और खतरनाक उद्योगों में सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने में ढिलाई बरतने की बात कही। औद्योगिक दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कविता ने सरकार पर सुरक्षा मानदंडों को लागू करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
सुरक्षा उपायों की मांग की
उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि की मांग की और सरकार से घायलों के इलाज के लिए तुरंत ग्रीन चैनल के माध्यम से धनराशि जारी करने का आग्रह किया। बीआरएस एमएलसी ने पारदर्शिता की कमी पर भी सवाल उठाया और कहा कि सरकार ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि विस्फोट के समय कितने कर्मचारी मौजूद थे और उनमें से कितने अभी भी लापता हैं। उन्होंने सभी औद्योगिक इकाइयों की तत्काल सुरक्षा ऑडिट की मांग की और कहा कि उद्योग में कुछ नाबालिग श्रमिकों के काम पर रखे जाने का संदेह है।