जम्मू,। जम्मू में बाढ़ के कारण हुई तबाही के बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit sah) ने हालात का जायजा लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा (Sunil Sharma) भी शामिल थे।
प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री शाह ने मंगूचक सहित बाढ़ से सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने बिक्रम चौक के पास तवी पुल पर रुककर नदी के किनारे हुए नुकसान का भी निरीक्षण किया। वे बाढ़ की स्थिति और राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए रविवार रात को जम्मू पहुँचे थे।
बादल फटने और भूस्खलन से भारी जनहानि
14 अगस्त से किश्तवाड़, कठुआ, रियासी और रामबन ज़िलों (Ramban District) में बादल फटने, भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से 130 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और 33 लोग अभी भी लापता हैं। 26-27 अगस्त को हुई रिकॉर्ड बारिश से जम्मू और अन्य मैदानी इलाकों के निचले हिस्सों में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुँचा।
वैष्णो देवी यात्रा स्थगित
मृतकों में 34 तीर्थयात्री भी शामिल हैं, जो 26 अगस्त को माता वैष्णो देवी मंदिर जाते समय भूस्खलन की चपेट में आ गए थे। खराब मौसम और सुरक्षा कारणों से वैष्णो देवी यात्रा सातवें दिन भी स्थगित रही। कटरा स्थित आधार शिविर में बहुत कम तीर्थयात्री यात्रा फिर से शुरू होने का इंतजार कर रहे थे।
मौसम सुधार की उम्मीद
सोमवार सुबह मौसम में थोड़ा सुधार हुआ, जिससे यात्रा फिर से शुरू होने की उम्मीद बढ़ी है। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पर बारीकी से नज़र रखी जा रही है और संबंधित एजेंसियों से मंज़ूरी मिलने के बाद ही यात्रा फिर से शुरू की जाएगी।
जम्मू और कश्मीर में बाढ़ कब आई थी?
6 सितंबर 2014 को जम्मू और कश्मीर में भयंकर बाढ़ आई जिससे हजारों लोग अपने जलमग्न घरों में फंस गए।
भारत का कौन सा राज्य बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है?
बिहार को भारत का सबसे अधिक बाढ़-प्रवण राज्य माना जाता है, जहाँ उत्तरी बिहार की लगभग 76% आबादी लगातार भीषण बाढ़ के खतरे में रहती है। बिहार भारत के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का 16.5% हिस्सा बनाता है और यहाँ भारत की बाढ़ प्रभावित आबादी का 22.1% हिस्सा रहता है।
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