नियमों का पालन नहीं करने पर UGC ने भेजी नोटिस
हैदराबाद। रैगिंग विरोधी नियमों का पालन नहीं करने पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) – हैदराबाद, राष्ट्रीय औषधि शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (NIPER), हैदराबाद सहित राज्य के सात विश्वविद्यालयों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। राजीव गांधी ज्ञान प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बसर, अरोरा उच्च शिक्षा और अनुसंधान अकादमी, मल्ला रेड्डी विश्वविद्यालय, एमएनआर विश्वविद्यालय और तेलुगु विश्वविद्यालय को भी 2024 के लिए एंटी-रैगिंग अनुपालन दाखिल नहीं करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
89 विश्वविद्यालयों को कारण बताओ नोटिस
कुल मिलाकर, आईआईएम रोहतक, आईआईएम बैंगलोर, आईआईएम तिरुचिरापल्ली, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान और आईआईटी मुंबई सहित 89 विश्वविद्यालयों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। सभी संस्थानों को रैगिंग विरोधी नियमों का पालन करने के अलावा 30 दिनों के भीतर छात्रों से ऑनलाइन अंडरटेकिंग लेने के लिए कहा गया है। संस्थानों को अपने-अपने परिसरों में रैगिंग को रोकने के लिए अपनाए गए उपायों पर एक व्यापक रिपोर्ट भी देने को कहा गया है।
… तो रद्द कर दी जाएगी मान्यता
यूजीसी ने संस्थानों को चेतावनी दी है कि यदि वे रैगिंग पर यूजीसी विनियम, 2009 का पालन करने में विफल रहते हैं तो उनकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी या उनकी संबद्धता वापस ले ली जाएगी। साथ ही, अनुदान और फंडिंग वापस लेने तथा मानदंडों का पालन न करने पर सार्वजनिक रूप से खुलासा करने जैसी कार्रवाई की भी चेतावनी दी है। नियमों के अनुसार, सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए रैगिंग विरोधी मानदंडों का पालन करना अनिवार्य है।