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Sports : चेतेश्वर पुजारा ने खेल को कहा अलविदा, सभी प्रारूपों से लिया संन्यास

Anuj Kumar
Anuj Kumar
Sports : चेतेश्वर पुजारा ने खेल को कहा अलविदा, सभी प्रारूपों से लिया संन्यास

मुंबई । भारतीय क्रिकेट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज और टेस्ट क्रिकेट के विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा (Cheteswar Pujara) ने रविवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। पुजारा ने इससे पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था और अब घरेलू क्रिकेट (Domestic Cricket) को भी छोड़ दिया है। पुजारा ने भारत के लिए अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच साल 2023 में खेला था।

सोशल मीडिया पर भावुक विदाई संदेश

पुजारा ने संन्यास की घोषणा सोशल मीडिया पर करते हुए भावुक शब्दों में लिखा—

“भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और मैदान पर हर बार अपना सर्वश्रेष्ठ देने का अनुभव शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। जैसा कि कहा जाता है, हर अच्छी चीज का अंत होता है और अब वह समय आ गया है। अपार कृतज्ञता के साथ मैंने खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है। आप सभी से मिले प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद।”

पुजारा का शानदार क्रिकेट करियर

  • अंतरराष्ट्रीय डेब्यू: 2010
  • अंतिम मैच: 2023
  • टेस्ट क्रिकेट: 103 मैच, 7195 रन
  • टेस्ट शतक: 19
  • अर्धशतक: 35
  • दोहरा शतक: 3
  • वनडे: 5 मैच, केवल 15 रन (2013-14)
  • टी20 अंतरराष्ट्रीय: मौका नहीं मिला

पुजारा – भारत की ‘नई दीवार’

चेतेश्वर पुजारा को उनकी शैली और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी के कारण भारत की “नई दीवार” कहा जाता था। उनकी भूमिका कई मायनों में पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) से मेल खाती थी। जिस तरह द्रविड़ को उनके दौर में भारत की दीवार कहा जाता था, उसी तरह पुजारा ने भी मुश्किल हालात में भारतीय टीम की पारी संभाली।

यादगार पारियां

पुजारा ने अपने करियर में कई यादगार पारियां खेलीं। खासकर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ विदेशी पिचों पर उनकी धैर्यपूर्ण पारियां भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हैं। उनकी बल्लेबाजी शैली टेस्ट क्रिकेट के मूल्यों की प्रतीक रही है—धैर्य, तकनीक और टीम के लिए खुद को झोंक देने की मानसिकता।

पुजारा का योगदान

  • भारत को कई कठिन परिस्थितियों से बाहर निकाला
  • विदेशी दौरों पर टीम के लिए संकटमोचक बने
  • युवा खिलाड़ियों के लिए अनुशासन और समर्पण की मिसाल बने

चेतेश्वर पुजारा का संन्यास भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत माना जा रहा है। उन्होंने भले ही सीमित ओवरों के प्रारूप में ज्यादा सफलता न पाई हो, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनका योगदान अमूल्य है। आने वाले समय में पुजारा को भारतीय क्रिकेट इतिहास में “टेस्ट क्रिकेट के धैर्य और समर्पण की पहचान” के रूप में याद किया जाएगा

क्या चेतेश्वर पुजारा रिटायर हुए?

चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की । अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की, जिससे टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक बल्लेबाजी करने वाले उनके विशिष्ट करियर का अंत हो गया।

54 गेंदों में एक रन किसने बनाया?

पुजारा ने 1 रन तक पहुँचने के लिए सबसे ज़्यादा गेंदों का राहुल द्रविड़ का रिकॉर्ड तोड़ा। चेतेश्वर पुजारा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपना खाता खोलने के लिए 54 गेंदें लीं। अविश्वसनीय

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