मुंबई । ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले दुनिया के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट (Usain Bolt) ने बताया कि क्रिकेटरों की कड़ी मेहनत ने उन्हें एथलेटिक्स में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित किया। बोल्ट के अनुसार, बचपन से ही क्रिकेट का आकर्षण और खिलाड़ियों की प्रतिबद्धता ने उन्हें ट्रैक एंड फील्ड में सफलता के लिए प्रेरित किया।
बचपन का क्रिकेट प्रेम और प्रेरणा
जमनाबाई नरसी परिसर में आयोजित फायरसाइड चैट (Fireside Chat) में बोल्ट ने कहा, “क्रिकेटरों की प्रतिभा और उनके काम करने का तरीका देखकर मैंने छोटी उम्र में ही कड़ी मेहनत करने और सर्वश्रेष्ठ बनने का संकल्प लिया।”
भारत में अनुभव अविस्मरणीय
बोल्ट ने कहा कि भारत में इतने उत्साही प्रशंसकों से मिलना अद्भुत अनुभव है। “यह मुझे याद दिलाता है कि खेल क्यों मायने रखते हैं और कैसे वे दुनिया के लोगों को जोड़ते हैं। यहाँ की ऊर्जा अद्भुत है।” उन्होंने ड्रीम सेट गो (Dream Set Go) के विज़न का हिस्सा बनने की खुशी भी जताई, जो प्रशंसकों को उनके पसंदीदा खेलों के करीब लाता है।
कड़ी मेहनत और समर्पण
धावक ने कहा, “मेहनत मेरे लिए जितनी सरल है, उतनी ही आवश्यक भी है। मैंने चोटों, शंकाओं और कठिन परिस्थितियों के बावजूद खुद को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक बनाने के लिए प्रेरित किया।”
चुनौती ही सफलता की कुंजी
बोल्ट ने कहा कि शीर्ष पर पहुंचना कभी आसान नहीं होता, लेकिन यही चुनौती उन्हें आगे बढ़ाती रही। उनका अनुभव न केवल खेल प्रेमियों को प्रेरित करता है, बल्कि क्रिकेट और एथलेटिक्स के बीच प्रेरक संबंध को भी उजागर करता है। फिलहाल मुंबई में निजी यात्रा पर हैं और उनके अगले कार्यक्रम में वह दिल्ली भी आने वाले हैं।
उसेन बोल्ट का विश्व रिकॉर्ड क्या है?
उसैन वर्तमान में 100 मीटर, 200 मीटर और 4×100 मीटर में 9.58 सेकंड, 19.19 सेकंड और 36.84 सेकंड के समय के साथ विश्व रिकॉर्ड रखते हैं।
उसेन बोल्ट ने संन्यास क्यों लिया था?
इस बीमारी के कारण उसैन रीढ़ की हड्डी एस आकार में मुड़ गई थी। 2008 से 2016 के बीच बोल्ट ने कुल 8 ओलंपिक स्वर्ण पदक और 11 विश्व खिताब अपने नाम किए। लेकिन इस बीमारी के कारण बोल्ट का करियर लगभग खत्म हो गया था। 2017 में बोल्ट ने वर्ल्ड चैंपियनशिप के बाद खेल को अलविदा कह दिया था।