एयरोस्पेस के लिए तेलंगाना को तीन बार चुना गया है सर्वश्रेष्ठ राज्य
हैदराबाद। हैदराबाद लंबे समय से एक मज़बूत रक्षा और एयरोस्पेस पारिस्थितिकी तंत्र का केंद्र रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के अलावा, राज्य ने रक्षा और एयरोस्पेस (Aerospace) क्षेत्रों में, विशेष रूप से 2014 और 2023 के बीच, पर्याप्त निजी निवेश आकर्षित किया है। तेलंगाना को 2018, 2020 और 2022 में तीन बार एयरोस्पेस के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य चुना गया। इसके बावजूद, भाजपा (BJP) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के लिए रक्षा औद्योगिक गलियारों को मंजूरी देते समय राज्य की अनदेखी की।
केंद्र के औचित्य पर उठे थे सवाल
जब केंद्र ने पहली बार रक्षा औद्योगिक उत्पादन गलियारे की अवधारणा की घोषणा की थी, तो तेलंगाना सरकार, विशेष रूप से तत्कालीन उद्योग मंत्री के.टी. रामाराव ने क्षेत्र में सुस्थापित पारिस्थितिकी तंत्र का हवाला देते हुए बार-बार हैदराबाद-बेंगलुरु गलियारे की अपील की थी। उत्तर प्रदेश को चुनने के केंद्र के औचित्य पर सवाल उठे थे। इस पहल के तहत, भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा (UPDIC) की शुरुआत की, और योजना के तहत छह केंद्रों – आगरा, अलीगढ़, चित्रकूट, झाँसी, कानपुर और लखनऊ – की पहचान की। तमिलनाडु में भी इसी तरह के एक गलियारे को मंज़ूरी दी गई। तेलंगाना द्वारा इसमें शामिल होने की अपील जारी रहने के बावजूद, 2023 में केंद्र सरकार ने घोषणा की कि कोई नया रक्षा औद्योगिक गलियारा स्थापित करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
तेलंगाना का पुराना नाम क्या था?
इतिहास में तेलंगाना को ‘तेलंग देश’ कहा जाता था, जो काकतीय और बाद में हैदराबाद राज्य का हिस्सा रहा। यह क्षेत्र लंबे समय तक निजाम शासकों के अधीन रहा और आंध्र प्रदेश से अलग होकर 2014 में अलग राज्य बना।
तेलंगाना की प्रमुख फसल क्या है?
कृषि क्षेत्र में चावल यानी धान को तेलंगाना की प्रमुख फसल माना जाता है। इसके अलावा कपास, मक्का, तूर दाल और सूरजमुखी भी राज्य की महत्वपूर्ण फसलों में शामिल हैं।
तेलंगाना में हिंदुओं की आबादी कितनी है?
जनगणना 2011 के अनुसार तेलंगाना की कुल जनसंख्या में लगभग 85% लोग हिंदू धर्म को मानने वाले हैं। मुस्लिम आबादी लगभग 13% और अन्य धर्मों के अनुयायी 2% के आसपास हैं।
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