తెలుగు | Epaper

Public Event : चेक वितरण कार्यक्रम में बीआरएस, कांग्रेस के बीच टकराव से मच गई अफरा-तफरी

Kshama Singh
Kshama Singh
Public Event : चेक वितरण कार्यक्रम में बीआरएस, कांग्रेस के बीच टकराव से मच गई अफरा-तफरी

सरकार की पहल पर हो रहा है आयोजन

संगारेड्डी। कांग्रेस (Congress) नेताओं और कैडर द्वारा नरसापुर बीआरएस (BRS) विधायक वी सुनीता लक्ष्मा रेड्डी को कल्याण लक्ष्मी और शादी मुबारक चेक वितरण के दौरान मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के चित्र पर पलभिषेक करने के लिए मजबूर करने के बाद शनिवार को हथनूर मंडल मुख्यालय में एक सरकारी कार्यक्रम में अराजकता फैल गई। कांग्रेस नेताओं ने ज़ोर देकर कहा कि चूँकि यह आयोजन सरकार की पहल पर हो रहा है, इसलिए अनुष्ठान करवाया जाए। जब विधायक ने मना कर दिया, तो उनसे तीखी बहस हुई

स्थिति को बिगड़ने से रोकने की कोशिश

पुलिसकर्मियों ने स्थिति को बिगड़ने से रोकने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस और बीआरएस कार्यकर्ताओं के बीच तनाव बढ़ गया, जिससे कार्यक्रम में हाथापाई हो गई। भीड़ को नियंत्रित करने और कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने की कोशिश कर रहे पुलिसकर्मियों को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर कई बार धक्का दिया। नरसापुर निर्वाचन क्षेत्र में प्रोटोकॉल का मुद्दा लगातार चिंता का विषय रहा है, जहां अधिकारी कथित तौर पर मौजूदा विधायक की जगह कांग्रेस नेता अवुला राजी रेड्डी को प्रमुखता दे रहे हैं, जो 2023 का विधानसभा चुनाव हार गए थे।

बीआरएस

कांग्रेस की स्थापना कब और किसने की थी?

ब्रिटिश शासन के दौरान भारतीयों को राजनीतिक मंच देने और उनके अधिकारों की बात उठाने के लिए ए. ओ. ह्यूम ने 28 दिसंबर 1885 को मुंबई में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की थी। इसमें शुरू में उदारवादी नेता शामिल हुए, जो धीरे-धीरे स्वतंत्रता आंदोलन में बदले।

कांग्रेस क्या है?

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक राजनीतिक पार्टी है जिसने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में केंद्रीय भूमिका निभाई और आजादी के बाद कई वर्षों तक देश की सत्ता में रही। यह पार्टी लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और समाजवादी मूल्यों को लेकर सक्रिय राजनीति करती रही है।

1969 में कांग्रेस का विभाजन क्यों हुआ था?

पार्टी के भीतर नेतृत्व और विचारधारा को लेकर गंभीर मतभेद बढ़ गए थे। इंदिरा गांधी और पार्टी के पुराने नेताओं के बीच राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विवाद हुआ। इंदिरा ने वी.वी. गिरी को समर्थन दिया जबकि संगठन ने नीलम संजीव रेड्डी को, जिससे विभाजन हुआ।

Read Also : Hyderabad : महिलाओं को परेशान करने के आरोप में 47 लोगों पर मामला दर्ज

📢 For Advertisement Booking: 98481 12870