हैदराबाद : केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी (G. Kishan Reddy) ने तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा (Jishnu Dev Varma) के साथ शहर में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना तेलंगाना विपणन एवं वितरण गोदाम का उद्घाटन किया।
सेवानिवृत्त लोगों को अपनी पूरी पेंशन अपने इलाज पर खर्च करनी पड़ती है : केन्द्रीय मंत्री
इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लोगों की जीवनशैली में बदलाव के कारण वे अनजाने में बीमार पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सौ में से 95 लोगों को डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि सेवानिवृत्त लोगों को अपनी पूरी पेंशन अपने इलाज पर खर्च करनी पड़ती है।
आयुष्मान भारत योजना के ज़रिए 70 साल से ज़्यादा उम्र के बुजुर्गों को मुफ़्त इलाज
उन्होंने कहा, “गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को भी, अगर वे बीमार पड़ जाते हैं, तो अपनी पूरी ज़िंदगी की कमाई इलाज पर खर्च करनी पड़ती है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के स्वास्थ्य के लिए कई पहल कर रहे हैं। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना लाई है, जिसके तहत हर व्यक्ति को सालाना 5 लाख रुपये का मुफ़्त बीमा मिलता है और किसी भी अस्पताल में इलाज कराने की सुविधा सफलतापूर्वक प्रदान की है। हम आयुष्मान भारत योजना के ज़रिए 70 साल से ज़्यादा उम्र के बुजुर्गों को मुफ़्त इलाज मुहैया करा रहे हैं।
जन औषधि केंद्र क्या है?
जन औषधि केंद्र भारत सरकार की एक योजना है जिसका नाम है:
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP)
जन औषधि केंद्र में कौन-कौन सी दवाई मिलती है?
जन औषधि केंद्रों में 1,500+ से ज्यादा दवाएं और 300+ सर्जिकल आइटम्स उपलब्ध होते हैं।
जन औषधि केंद्र में लाभ मार्जिन कितना है?
अगर किसी केंद्र की मासिक बिक्री ₹1 लाख है, तो उसे ₹20,000 तक मुनाफा + इंसेंटिव मिल सकता है।