श्री रामलिंगेश्वर स्वामी मंदिर के शांत वातावरण में पौधारोपण करके शुभारंभ
हैदराबाद। ग्रीन इंडिया चैलेंज (GIC) के आठवें संस्करण का शुभारंभ इसके संस्थापक और पूर्व सांसद जे संतोष कुमार ने यहां किया। पूर्व सांसद ने कीसरगुट्टा स्थित श्री रामलिंगेश्वर स्वामी मंदिर के शांत वातावरण में पौधारोपण करके इस पहल की औपचारिक शुरुआत की। उनके साथ पूर्व मंत्री (Ex Minister) सी. मल्ला रेड्डी भी मौजूद थे। उन्होंने नए संस्करण के लोगो का भी अनावरण किया। संतोष कुमार ने कहा कि मैंने ग्रीन इंडिया चैलेंज की शुरुआत इस इरादे से की थी कि मैं इसे अपने जीवन के अंत तक जारी रखूंगा। उन्होंने इस तरह की पहल की आवश्यकता पर बल दिया और सभी से इसे आगे बढ़ाने का आग्रह किया।
नए जोश के साथ आठवें संस्करण की शुरुआत
सात वर्षों से फल-फूल रहा जीआईसी, नए जोश के साथ अपने आठवें संस्करण की शुरुआत कर रहा है। मूल रूप से एक व्यक्ति द्वारा तीन पौधे लगाने और तीन अन्य लोगों को ऐसा करने की चुनौती देने की एक साधारण सी पहल के रूप में शुरू हुआ यह अभियान अब एक विशाल आंदोलन का रूप ले चुका है, जिसके परिणामस्वरूप 20 करोड़ से ज़्यादा पौधे लगाए जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों में, आम नागरिकों, फिल्मी हस्तियों, कवियों, कलाकारों और विविध राजनीतिक पृष्ठभूमि के व्यक्तियों सहित सभी क्षेत्रों के लोगों ने इस पहल में भाग लिया है।
केसीआर से प्रेरित है पहल
संतोष कुमार ने कहा कि यह पहल बीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव से प्रेरित है और उन्होंने इसके प्रति अपनी आजीवन प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने घोषणा की कि उन्होंने कीसरा वन को गोद ले लिया है और इसे और विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं। संतोष कुमार ने अपील की, ‘हर किसी को तीन पौधे लगाने चाहिए – चाहे वह जन्मदिन, शादी की सालगिरह या बुजुर्गों की याद में हो – और इसे आगे बढ़ाने में मदद करनी चाहिए।’
वैश्विक प्रशंसा का किया उल्लेख
पूर्व मंत्री मल्लारेड्डी ने अपने संबोधन में इस बात पर प्रकाश डाला कि संतोष कुमार का नाम हरित हरम और ग्रीन इंडिया चैलेंज का पर्याय है। उन्होंने कहा, ‘हरे-भरे पेड़ों को देखकर अपार खुशी मिलती है।’ उन्होंने इस पहल के सात वर्ष पूरे होने और आठवें वर्ष में प्रवेश करने पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में ग्रीन इंडिया चैलेंज को मिली वैश्विक प्रशंसा का उल्लेख किया। कीसर पूर्व सरपंच माधुरी वेंकटेश, बीसी आयोग के पूर्व सदस्य किशोर गौड़, पूर्व निगम अध्यक्ष डुडीमेटला बलाराजू यादव, अल्लीपुरम वेंकटेश्वर रेड्डी, रजनी साई चंद, सुमित्रानंद तनोबा, हरिता सेना के राज्य समन्वयक सतीश, राजू, डॉ. मार्कंडेयुलु, पूर्व मेयर मेकला काव्या और बीआरएस पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
ग्रीन इंडिया मिशन क्या है?
जलवायु परिवर्तन से निपटने और पर्यावरण सुधार के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया यह मिशन वन क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाने, जैव विविधता संरक्षित करने और पारिस्थितिकी तंत्र को सुदृढ़ करने पर केंद्रित है। यह मिशन प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करते हुए आजीविका में सुधार का भी प्रयास करता है।
हरित भारत मिशन क्या है?
इसे ही “ग्रीन इंडिया मिशन” कहा जाता है, जो राष्ट्रीय कार्य योजना का प्रमुख हिस्सा है। इसका उद्देश्य वनावरण बढ़ाना, पारिस्थितिक सेवाओं को सशक्त बनाना और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करना है। यह मिशन समुदाय आधारित संसाधन प्रबंधन को भी बढ़ावा देता है।
ग्रीन इंडिया मिशन कब शुरू हुआ था?
इसकी शुरुआत फरवरी 2014 में की गई थी। यह राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन कार्य योजना (NAPCC) के आठ प्रमुख मिशनों में से एक है। इस मिशन के तहत 10 वर्षों में 10 मिलियन हेक्टेयर भूमि पर हरित आवरण बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
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