हैदराबाद: पूर्व मंत्री और मेडचल से विधायक (Medchal MLA) मल्ला रेड्डी ने राजनीति से संन्यास लेने के अपने फैसले को बदल दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने राजनीति (Politics) से दूर रहने की बात नहीं कही थी।
देश भर में शैक्षणिक संस्थान स्थापित करने की बात कहीं
उन्होंने केवल इतना कहा था कि वे देश भर में शैक्षणिक संस्थान स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि वे वर्तमान में बीआरएस पार्टी में हैं और इसी पार्टी में बने रहेंगे। मल्ला रेड्डी ने स्पष्ट किया कि वे तेलुगु देशम पार्टी या भाजपा में शामिल नहीं होंगे। रेड्डी ने कहा कि उन्होंने अपने मित्र से केवल इतना कहा था कि राजनीति में कोई संन्यास नहीं होता, ठीक वैसे ही जैसे जापान में कोई संन्यास नहीं होता।
मल्ला रेड्डी ने जवाहरनगर का दौरा किया
मल्ला रेड्डी ने जवाहरनगर का दौरा किया। उन्होंने कई विकास कार्यक्रमों में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात की। उन्होंने कहा कि उनकी आयु 73 वर्ष हो गई है और अब किसी और दिशा में देखने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि वे सांसद, विधायक और राज्य मंत्री बन चुके हैं और अगले तीन वर्षों तक राजनीति में बने रहेंगे। मल्लारेड्डी ने कहा कि वह जनता की सेवा करना चाहते हैं और अच्छे कॉलेज व विश्वविद्यालय चलाना चाहते हैं।
Malla Reddy के साथ क्या समस्या है?
नवंबर 2022 में आयकर विभाग ने मल्ला रेड्डी, उनके परिवार और शिक्षा संस्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया, जिसमें बेहिसाब नकदी (लगभग ₹8 करोड़) और दस्तावेज जब्त किए गए; उन पर टैक्स चोरी के गंभीर आरोप लगे हैं।
मल्ला रेड्डी का मालिक कौन है?
Chamakura Malla Reddy स्वयं एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती और उद्यमी हैं। वे तमाम शैक्षणिक संस्थानों के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, जिनमें शामिल हैं:
- Malla Reddy Engineering College (MREC) और Malla Reddy (MR) Deemed to be University
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