తెలుగు | Epaper

Kothagudem : पलोंचा में स्पंज आयरन प्लांट के पुनरुद्धार पर अनिश्चितता के बादल

Ankit Jaiswal
Ankit Jaiswal
Kothagudem : पलोंचा में स्पंज आयरन प्लांट के पुनरुद्धार पर अनिश्चितता के बादल

दूसरा संयंत्र स्वदेश में ही स्थापित किया गया

कोत्तागुडेम। केंद्र सरकार द्वारा 2017 में पलोंचा में 1.5 मिलियन टन स्क्रैप-आधारित स्टील प्लांट स्थापित करने का प्रस्ताव, जिसने यहां स्पंज आयरन प्लांट के पुनरुद्धार की उम्मीदें जगाई थीं, अभी तक साकार नहीं हो पाया है। उल्लेखनीय है कि स्पंज आयरन इंडिया लिमिटेड (SIIL) दक्षिण एशिया का पहला कोयला आधारित स्पंज आयरन संयंत्र था और 1980 में 30,000 टन प्रति वर्ष की क्षमता के साथ वाणिज्यिक उत्पादन में आया। इसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के अंतर्गत संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (UNIDO) की सहायता से की गई थी। इसी क्षमता वाला एक दूसरा संयंत्र स्वदेश में ही स्थापित किया गया और 1985 में उत्पादन शुरू हुआ

पलोंचा की 450 एकड़ भूमि पर एक इस्पात संयंत्र स्थापित करेगा

सरकार द्वारा 30 जून, 2008 को विलय की नियत तिथि स्वीकृत होने के बाद, 1 जुलाई, 2010 को एसआईआईएल का एनएमडीसी लिमिटेड में विलय कर दिया गया। अब इसका नाम एनएमडीसी लिमिटेड, स्पंज आयरन यूनिट (एसआईयू), पलोंचा है। दिसंबर 2017 में, तत्कालीन केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने हैदराबाद में राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) के हीरक जयंती समारोह में बोलते हुए कहा था कि मंत्रालय निष्क्रिय एनएमडीसी एसआईयू, पलोंचा की 450 एकड़ भूमि पर एक इस्पात संयंत्र स्थापित करेगा।

पीपीपी मॉडल पर किया जा रहा था विचार

उनकी यह घोषणा प्रशासनिक कारणों से 2017 की तीसरी तिमाही में संयंत्र के बंद होने के कुछ ही समय बाद आई। नई सुविधा के लिए, राज्य सरकार के साथ एक संयुक्त उद्यम या सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल पर विचार किया जा रहा था, और एनएमडीसी को एक विस्तृत अध्ययन करने के लिए कहा गया था। मंत्री द्वारा प्रस्ताव रखे हुए आठ साल बीत चुके हैं, लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई है।

पुनरुद्धार का मुद्दा अब फिर से सामने

स्पंज आयरन प्लांट के पुनरुद्धार का मुद्दा अब फिर से सामने आ रहा है। कोत्तागुडेम के विधायक के. संबाशिव राव और कई स्थानीय ट्रेड यूनियनें एसआईयू के पुनरुद्धार की मांग कर रही हैं। उद्योग मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने हाल ही में नई दिल्ली में केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी से मुलाकात की और एसआईयू के पुनरुद्धार की अपील की। जनवरी 2019 में, एनएमडीसी ने स्पंज आयरन इकाई में परिचालन फिर से शुरू किया, लेकिन यह केवल कुछ महीने ही चल पाई। एपी स्टील्स एम्प्लॉइज यूनियन के पूर्व अध्यक्ष, श्रवणबोइना नरसैया ने कहा कि कोत्तागुडेम जिले के औद्योगिक विकास के लिए स्पंज आयरन संयंत्र का पुनरुद्धार आवश्यक है और उन्होंने सरकार से पलोंचा स्थित बंद पड़े एपी स्टील्स लिमिटेड संयंत्र को भी पुनर्जीवित करने का आग्रह किया।

प्लांट

स्पंज आयरन क्या होता है?

sponge iron, जिसे डायरेक्ट रिड्यूस्ड आयरन (DRI) भी कहते हैं, लोहे का एक ठोस रूप होता है जो लौह अयस्क को कोयले या गैस की मदद से सीधे गर्म करके बनाया जाता है। इसका उपयोग स्टील निर्माण में कच्चे माल के रूप में किया जाता है। यह हल्का और झरझरा होता है।

स्पंज आयरन प्लांट क्या है?

sponge iron प्लांट एक औद्योगिक इकाई होती है जहाँ लौह अयस्क को रिडक्शन प्रक्रिया से गर्म करके स्पंज आयरन में बदला जाता है। इसमें मुख्य रूप से रोटरी किल्न, कूलिंग सिस्टम और झरझरा लोहा बनाने की तकनीक होती है। यह स्टील उद्योग की प्रारंभिक प्रक्रिया का भाग है।

विश्व का सबसे बड़ा स्पंज आयरन उत्पादक कौन है?

भारत विश्व का सबसे बड़ा स्पंज आयरन उत्पादक देश है। यहाँ स्टील उद्योग का व्यापक विस्तार है और कई निजी व सरकारी कंपनियां स्पंज आयरन का उत्पादन करती हैं। ओडिशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे राज्य प्रमुख उत्पादक क्षेत्र हैं। भारत की उत्पादन क्षमता विश्व में सबसे अधिक है।

Read Also : Hyderabad : दृष्टिबाधित छात्रों के लिए कंप्यूटर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

ग्रुप -2 में चयनित उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी, सीएम देंगे नियुक्ति पत्र

ग्रुप -2 में चयनित उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी, सीएम देंगे नियुक्ति पत्र

साइबर अपराध से निपटने के लिए डिजिटल उपकरणों के उपयोग पर जोर

साइबर अपराध से निपटने के लिए डिजिटल उपकरणों के उपयोग पर जोर

भाजपा कार्यकर्ता की मौत की जिम्मेदार कांग्रेस, भाजपा अध्यक्ष का बड़ा आरोप

भाजपा कार्यकर्ता की मौत की जिम्मेदार कांग्रेस, भाजपा अध्यक्ष का बड़ा आरोप

वाहन व मोबाइल चोरी के आरोप में सात गिरफ्तार

वाहन व मोबाइल चोरी के आरोप में सात गिरफ्तार

जान के लिए खतरा बनने वाले 8 लाख के पटाखें जब्त

जान के लिए खतरा बनने वाले 8 लाख के पटाखें जब्त

सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाए – जीएम एससीआर

सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाए – जीएम एससीआर

मंत्री बोले, 251 करोड़ रुपये की लागत से सम्क्का सरलम्मा मंदिर का विकास

मंत्री बोले, 251 करोड़ रुपये की लागत से सम्क्का सरलम्मा मंदिर का विकास

सौ मोबाइल फोन बरामद, पाते ही लोगों के चेहर खिल उठे

सौ मोबाइल फोन बरामद, पाते ही लोगों के चेहर खिल उठे

बीआरएस की कार अब सड़क पर नहीं, परमानेंट शेड में रहेगी -एन.वी. सुभाष

बीआरएस की कार अब सड़क पर नहीं, परमानेंट शेड में रहेगी -एन.वी. सुभाष

बीजेपी का चौंकाने वाला आरोप, कांग्रेस से चुनाव लड़ रहा एमआईएम का उम्मीदवार

बीजेपी का चौंकाने वाला आरोप, कांग्रेस से चुनाव लड़ रहा एमआईएम का उम्मीदवार

आम कार्यकर्ता से पार्टी अध्यक्ष तक का सफर तय करने में लगे चालीस साल

आम कार्यकर्ता से पार्टी अध्यक्ष तक का सफर तय करने में लगे चालीस साल

पटाखों के अवैध भंडारण पर छापा, 45 लाख के पटाखे जब्त

पटाखों के अवैध भंडारण पर छापा, 45 लाख के पटाखे जब्त

📢 For Advertisement Booking: 98481 12870