अपनी छह गारंटियों को बताया बाध्यकारी
हैदराबाद: कांग्रेस के लोकसभा नेता राहुल गांधी द्वारा भाजपा नीत केंद्र सरकार पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाने के बाद, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव केटीआर (KTR) ने कांग्रेस पर पलटवार किया। उन्होंने सवाल किया कि क्या तेलंगाना चुनाव के दौरान बड़े-बड़े वादे करना और उन्हें पूरा न करना एक ही बात नहीं है। कांग्रेस के घोषणापत्र और उसकी बहुप्रचारित छह गारंटियों का उल्लेख करते हुए रामा राव ने कहा कि पार्टी ने 420 वादे किए और यहां तक कि स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करके, झूठी घोषणाओं के आधार पर चुनाव जीतकर और सरकार बनने के 100 दिनों के भीतर उन्हें लागू करने की कसम खाकर अपनी छह गारंटियों को बाध्यकारी बताया।
…तो वे ‘हुडिनी’ जैसा करते हैं काम
उन्होंने पूछा, ‘वोट और सीटें हासिल करने के बाद, जब उन्हें पूरा करने की बारी आती है, तो वे ‘हुडिनी’ जैसा काम करते हैं और गायब हो जाते हैं। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) जी, यह वोट चोरी कैसे नहीं है?’ उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल द्वारा अपने वादों को पूरा न करने से जनता का विश्वास कम हो रहा है और इसके चुनावी परिणाम होंगे।

राहुल गांधी के दादा का धर्म क्या था?
राजनीतिक परिवार से जुड़े राहुल गांधी के नाना, फिरोज गांधी, पारसी धर्म से थे। पारसी धर्म ज़रथुस्त्र द्वारा स्थापित प्राचीन ईरानी धर्म है, जिसमें अग्नि और सत्य की पूजा विशेष महत्व रखती है। हालांकि गांधी परिवार बाद में मुख्य रूप से हिंदू और ईसाई परंपराओं से भी जुड़ा रहा।
राहुल गांधी किस शहर के सांसद हैं?
लोकसभा में RG वर्तमान में केरल के वायनाड क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। 2019 के आम चुनाव में उन्होंने इस सीट से जीत हासिल की। इससे पहले वह उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद रह चुके हैं, जहाँ गांधी परिवार की मजबूत राजनीतिक पकड़ लंबे समय से रही है।
राहुल गांधी किस पार्टी के हैं?
भारतीय राजनीति में सक्रिय राहुल गांधी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य हैं। यह पार्टी भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टियों में से एक है, जिसने स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाई। राहुल गांधी कई बार पार्टी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं।
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