राहुल गांधी को दलबदल पर अपनी बात पर अमल करने की दी चुनौती
हैदराबाद। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव (KTR) ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा तेलंगाना विधानसभा अध्यक्ष को दिए गए निर्देश का स्वागत किया, जिसमें कहा गया है कि वे 10 दलबदलू बीआरएस विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिकाओं पर तीन महीने के भीतर फैसला करें। उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश को “यह सुनिश्चित करने के लिए धन्यवाद दिया कि इस देश का लोकतांत्रिक ढांचा दुर्भावनापूर्ण तरीकों से नष्ट न हो।” रामा राव ने कांग्रेस के लोकसभा नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर तीखा कटाक्ष किया और उन्हें अपने उपदेशों पर अडिग रहने की चुनौती दी। उन्होंने पंच न्याय योजना के तहत दलबदल विरोधी कानूनों को और सख्त करने और दलबदलुओं को स्वतः अयोग्य घोषित करने के राहुल गांधी के वादे का हवाला दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि न तो राहुल गांधी और न ही उनकी पार्टी अध्यक्ष के पद का इस्तेमाल संविधान का मज़ाक उड़ाने के लिए करेंगे।
आधिकारिक कार्यक्रमों में खुलेआम भाग लेने का आरोप
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने 10 विधायकों पर अवैध रूप से सत्तारूढ़ कांग्रेस में शामिल होने और आधिकारिक कार्यक्रमों में खुलेआम भाग लेने का आरोप लगाया और इसे संवैधानिक मानदंडों का घोर उल्लंघन बताया। उन्होंने दलबदल पर सत्तारूढ़ पार्टी की चुप्पी की आलोचना करते हुए कहा, ‘इसकी ज़्यादा जाँच की ज़रूरत नहीं है।’ उन्होंने बीआरएस की कानूनी टीम और पार्टी कार्यकर्ताओं की सराहना की, जो पार्टी के साथ खड़े रहे और उम्मीद जताई कि अदालत का आदेश उपचुनावों की तैयारी के लिए एक स्पष्ट रास्ता है।

तेलंगाना में सबसे बड़ा धर्म कौन सा है?
राज्य की कुल जनसंख्या में हिंदू धर्म मानने वालों की संख्या सबसे अधिक है। अधिकांश लोग देवी-देवताओं की पूजा, मंदिरों में दर्शन और पारंपरिक पर्वों का पालन करते हैं। मुस्लिम और ईसाई समुदाय भी यहाँ महत्वपूर्ण उपस्थिति रखते हैं, लेकिन बहुसंख्यक धर्म हिंदू है।
तेलंगाना का पुराना नाम क्या था?
इतिहास में यह क्षेत्र हैदराबाद राज्य या तेलुगु भाषी क्षेत्र के रूप में जाना जाता था। निज़ाम शासन के दौरान यह हैदराबाद रियासत कहलाता था। बाद में इसे आंध्र प्रदेश में मिलाया गया और 2014 में यह अलग होकर तेलंगाना नाम से राज्य बना।
तेलंगाना में हिंदुओं की आबादी कितनी है?
2021 के अनुमानित आँकड़ों के अनुसार, तेलंगाना की कुल जनसंख्या का लगभग 85% हिस्सा हिंदू है। मुस्लिम समुदाय लगभग 12% और ईसाई लगभग 1–2% हैं। जनगणना 2011 के अनुसार, हिंदुओं की संख्या करीब 2.94 करोड़ थी, जो अब और बढ़ चुकी है।
Read Also : Crime : लॉज के कर्मचारियों ने अंतरंग पलों की रिकॉर्डिंग कर प्रेमियों से की जबरन वसूली