हैदराबाद : ग्रेस कैंसर फाउंडेशन (Grace Cancer Foundation) द्वारा आयोजित ग्लोबल ग्रेस कैंसर रन का 8 वां संस्करण रविवार को गच्चीबावली स्टेडियम में “रन फॉर ग्रेस, स्क्रीन फॉर लाइफ” थीम के तहत आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन सूचना प्रौद्योगिकी एवं उद्योग मंत्री (Minister) दुदिल्ला श्रीधर बाबू ने किया।
कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना एक साझा सामाजिक ज़िम्मेदारी : श्रीधर बाबू
उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए, मंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना एक साझा सामाजिक ज़िम्मेदारी है, क्योंकि यह बीमारी दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित कर रही है। उन्होंने “स्वस्थ तेलंगाना” के निर्माण के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि सरकार सभी के लिए सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए ईमानदारी और दृढ़ संकल्प के साथ काम कर रही है। मंत्री ने कहा, “स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। प्रत्येक व्यक्ति को एक स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए और तनाव मुक्त जीवन जीने का प्रयास करना चाहिए।“

जन स्वास्थ्य पहलों को आयोजित करने के लिए आगे आने का आग्रह
उन्होंने कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए ग्रेस कैंसर फाउंडेशन के निरंतर प्रयासों की सराहना की और अधिक से अधिक स्वयंसेवी एवं सामाजिक संगठनों से इस तरह की जन स्वास्थ्य पहलों को आयोजित करने के लिए आगे आने का आग्रह किया। सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए, उन्होंने कहा कि तेलंगाना निवारक स्वास्थ्य सेवा और जन जागरूकता के लिए काम करने वाले संगठनों के साथ साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कार्यक्रम में मंत्री पोन्नम प्रभाकर और वक्ति श्रीधर, मुख्यमंत्री के सलाहकार वेम नरेंद्र रेड्डी, तेलंगाना खेल प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव सेना रेड्डी और ग्रेस कैंसर फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. चिनबाबू सुंकवल्ली के साथ-साथ कई गणमान्य व्यक्ति, फिटनेस प्रेमी और स्वयंसेवक शामिल हुए।
कैंसर का नंबर 1 लक्षण क्या है?
सबसे सामान्य (नंबर 1) लक्षण है – शरीर के किसी हिस्से में गांठ या सूजन
यह गांठ बिना दर्द की हो सकती है और धीरे-धीरे बढ़ सकती है। अक्सर लोग इसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन यह कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है।
कैंसर में दर्द कब होता है?
Cancer टिशू/नसों पर दबाव डालता है।
कैंसर आगे बढ़कर (metastasis) हड्डियों या अंगों में फैल जाता है।
ट्यूमर बहुत बड़ा हो जाता है।
इलाज (जैसे कीमोथैरेपी, रेडिएशन) के कारण साइड इफेक्ट होता है।
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