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News Hindi : सरकार के गुणवत्तापूर्ण बीज मत्स्य पालन के विकास को बढ़ावा देते हैं – श्रीहरि

Ajay Kumar Shukla
Ajay Kumar Shukla
News Hindi : सरकार के गुणवत्तापूर्ण बीज मत्स्य पालन के विकास को बढ़ावा देते हैं – श्रीहरि

हैदराबाद । पशुपालन, मत्स्य पालन और युवा सेवा मंत्री वक्ति श्रीहरि (Minister Vakti Srihari) ने घोषणा की कि राज्य सरकार तालाबों और विभिन्न जलाशयों में गुणवत्तापूर्ण मत्स्य बीज उपलब्ध करा रही है। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत, इस वर्ष पूरे तेलंगाना (Telangana) में 26,000 तालाबों में 84 करोड़ मत्स्य पौधे और 10 करोड़ झींगा पौधे वितरित किए जाने हैं।

मंत्री ने येल्लम्मा झील में 5.17 लाख रुपये मूल्य के 3 लाख मत्स्य बीज छोड़े

मंत्री श्रीहरि ने शनिवार को सिद्दीपेट जिले के हुस्नाबाद विधानसभा क्षेत्र में स्थित येल्लम्मा झील में 5.17 लाख रुपये मूल्य के 3 लाख मत्स्य बीज छोड़े । मंत्री ने बताया कि येल्लम्मा तालाब में वितरित किए गए निःशुल्क मत्स्य पौधों से लगभग 253 मछुआरा परिवार लाभान्वित होंगे, और हुस्नाबाद निर्वाचन क्षेत्र के 165 तालाबों में लगभग 38.92 लाख पौधे वितरित करने की योजना है। इस पहल से क्षेत्र के 4,144 मछुआरा परिवारों को लाभ मिलने की उम्मीद है। राज्य सरकार मछुआरों को निःशुल्क मछली के पौधे वितरित करके और मत्स्य पालन क्षेत्र को राज्य की अर्थव्यवस्था के एक अनिवार्य घटक के रूप में स्थापित करके उनके आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है

मछुआरों को 5 लाख रुपये की समूह दुर्घटना बीमा पॉलिसी

उन्होंने कहा कि इंदिरा महिला शक्ति योजना के माध्यम से निर्वाचन क्षेत्र में महिला समूहों के लिए तीन मोबाइल मछली खुदरा इकाइयाँ पहले ही स्थापित की जा चुकी हैं। इसके अतिरिक्त, किसी मछुआरे की आकस्मिक मृत्यु होने पर, उनके परिवारों की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 5 लाख रुपये की समूह दुर्घटना बीमा पॉलिसी प्रदान की जाती है । कार्यक्रम के दौरान, मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने मत्स्य पालन एवं पशुपालन मंत्री वक्ति श्रीहरि से हुस्नाबाद में एक नए पशु चिकित्सालय भवन के निर्माण को प्राथमिकता देने, एक आधुनिक पशु चिकित्सा सुविधा विकसित करने, एक अत्याधुनिक मछली बाजार के चल रहे निर्माण को पूरा करने, एक पशु चिकित्सक का पद आवंटित करने और गोपाल मित्रा की चिंताओं का समाधान करने का आग्रह किया।

मत्स्य पालन से आप क्या समझते हैं?

Fish Farming या Pisciculture) जलाशयों, तालाबों, नदियों या कृत्रिम टैंकों में मछलियों का संगठित ढंग से पालन-पोषण, संरक्षण और उत्पादन करने की प्रक्रिया है। इसका उद्देश्य अधिक मात्रा में मछलियों का उत्पादन करना, लोगों को रोजगार देना और आर्थिक लाभ प्राप्त करना होता है।

Fish Farming कितने प्रकार के होते हैं?

मत्स्य पालन मुख्यतः निम्न प्रकार के होते हैं—

  1. मीठे पानी का मत्स्य पालन (Freshwater Fish Farming)
    – तालाब, झील, नहर आदि में की जाने वाली मछली उत्पादन प्रक्रिया।
  2. खारे/समुद्री पानी का मत्स्य पालन (Marine Fish Farming)
    – समुद्र या खारे जल क्षेत्रों में मछलियों का उत्पादन।
  3. अर्द्ध-खारे पानी का मत्स्य पालन (Brackish Water Fish Farming)
    – नदी और समुद्र के मिलन क्षेत्र (Estuaries) में की जाने वाली मछली पालन।
  4. सह-पोषण या मिश्रित मत्स्य पालन (Composite Fish Culture)
    – एक ही तालाब में विभिन्न प्रजातियों की मछलियों का संयुक्त पालन।
  5. केज व रेसवे मत्स्य पालन (Cage & Raceway Culture)
    – पानी में लगे केज या बहते पानी के रेसवे में मछलियों का वैज्ञानिक रूप से पालन।

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