हैदराबाद : तेलंगाना जागृति अध्यक्ष के. कविता (K. Kavitha) ने कहा कि बेरोज़गारों ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की बातों में आकर तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी को सत्ता सौंपी, लेकिन बाद में उन्हें पार्टी द्वारा धोखा दिया गया। तेलंगाना जागृति ने बुधवार को गन पार्क में बेरोज़गार युवाओं के लिए न्याय की वकालत करते हुए और ग्रुप-1 परीक्षाओं में विसंगतियों की जाँच की माँग करते हुए एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया।
बेरोज़गारों को वोट लेकर धोखा दिया गया : कविता
इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में जागृति कार्यकर्ता और ग्रुप-1 के अभ्यर्थी शामिल हुए। इस दौरान, विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाली कविता ने कहा कि जागृति ने ग्रुप-1 के अभ्यर्थियों के समर्थन में यह प्रदर्शन आयोजित किया था। उन्होंने दावा किया, “राहुल गांधी दिल्ली से हैदराबाद आए, बेरोज़गारों से अपील करते हुए वोट मांगे और बाद में उन्हें धोखा दिया। नौकरी का कैलेंडर अभी तक जारी नहीं किया गया है और ग्रुप-1 परीक्षा में गड़बड़ी की गई है। जागृति तब तक सरकार पर दबाव बनाती रहेगी जब तक यह परीक्षा रद्द नहीं हो जाती।“

जल्द ही गोलमेज चर्चा का आयोजन
उन्होंने कहा, “हम जल्द ही गोलमेज चर्चा का आयोजन करेंगे। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि वह ग्रुप-1 की नियुक्तियों को तुरंत रद्द करे और परीक्षा दोबारा आयोजित करे। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करना ज़रूरी है, क्योंकि आंध्र प्रदेश के आठ लोगों की नियुक्ति राष्ट्रपति के आदेश के ज़रिए हुई थी।” कविता ने आगाह किया कि जागृति इस राष्ट्रपति के आदेश के ख़िलाफ़ एक अभियान शुरू करेगी।
के. कविता कौन हैं?
के. कविता (Kalvakuntla Kavitha) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो तेलंगाना राष्ट्र समिति (BRS) की सदस्य हैं।
- वह तेलंगाना जागृति नामक सांस्कृतिक संगठन की संस्थापक और अध्यक्ष हैं।
- वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) की बेटी हैं।
- उन्होंने 2014 से 2019 तक निजामाबाद से लोकसभा सांसद के रूप में कार्य किया।
तेलंगाना जागृति क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?
यह एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन है, जिसकी स्थापना के. कविता ने 2006 में की थी।
- इसका उद्देश्य तेलंगाना संस्कृति, भाषा, साहित्य और युवाओं के अधिकारों को बढ़ावा देना है।
- यह संगठन तेलंगाना आंदोलन में सांस्कृतिक स्तर पर एक बड़ी भूमिका निभा चुका है।
के. कविता किन मुद्दों पर सक्रिय रहती हैं?
के. कविता शिक्षा, बेरोजगारी, महिला सशक्तिकरण, सांस्कृतिक संरक्षण और तेलंगाना के युवाओं के अधिकारों जैसे मुद्दों पर सक्रिय रहती हैं।
- हाल ही में उन्होंने ग्रुप-1 परीक्षा में अनियमितताओं, बेरोजगारी और कांग्रेस सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाई है।
यह भी पढ़ें :