हैदराबाद : राचकोंडा पुलिस आयुक्त जी. सुधीर बाबू ने कहा कि पुलिस सच्चे पीड़ितों (Genuine Victims) की मदद करेगी। वे राचकोंडा पुलिस और आरकेएससी ने यौन उत्पीड़न की रोकथाम (POSH) और इंटरनल कंप्लेंट्स कमेटी ( आईसीसी) के कामकाज पर जागरूकता कार्यक्रम में बोल रहे थे।
सुरक्षित काम का माहौल बनाने की दिशा में ज़ोर
राचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट और राचकोंडा सिक्योरिटी काउंसिल (आरकेएससी ) ने 17 अक्टूबर, 2025 को सेक्शुअल हैरेसमेंट की रोकथाम (पीओएसएच ) और इंटरनल कंप्लेंट्स कमिटी (आईसीसी) के कामकाज पर एक अवेयरनेस सेशन ऑर्गनाइज़ किया। इस सेशन का मकसद सुरक्षित और सबको साथ लेकर चलने वाली वर्कप्लेस को बढ़ावा देना, पीओएसएच गाइडलाइंस की समझ बढ़ाना और पालन के सबसे अच्छे तरीकों पर चर्चा करना था। अपने भाषण में चेयरमैन आरकेएससी व राचकोंडा कमिश्नर जी सुधीर बाबू ने महिलाओं के खिलाफ भेदभाव को रोकने, पीड़ित महिलाओं को आगे आने के लिए मज़बूत बनाने और सुरक्षित काम का माहौल बनाने की दिशा में हिम्मत वाले कदम उठाने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पुलिस असली मामलों और सच्चे पीड़ितों को मदद देगी।

शीटीम महिलाओं की सुरक्षा के लिए समर्पित
विमेन सेफ्टी विंग की डीसीपी ने विमेन सेफ्टी विंग की पहलों के बारे में बताया, जिसमें शी टीम्स भी शामिल हैं, जो महिलाओं की सेफ्टी और सिक्योरिटी पक्का करने के लिए समर्पित हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अलग-अलग सीरियस मामलों को कैसे हैंडल किया जाएगा, और सबूतों पर आधारित जांच के महत्व पर ज़ोर दिया। मेडचल के सखी वन स्टॉप सेंटर की श्रीमती पी. पद्मावती ने पीओएसएच गाइडलाइंस और प्रोसीजर, आईसीसी के काम करने के तरीके और रोल, और लोकल कंप्लेंट कमेटी (एलसीसी) के प्रोसीजर पर एक डिटेल्ड प्रेजेंटेशन दिया।
इंटरैक्टिव डिस्कशन के साथ खत्म हुआ सेशन
सेशन एक इंटरैक्टिव डिस्कशन के साथ खत्म हुआ, जिसमें मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों, आईटी कंपनियों, बि़ट्स पिलानी, इंफोसिस, टीसीएस, एम्स, और भी कई ऑर्गनाइज़ेशन के रिप्रेजेंटेटिव शामिल हुए। इस इवेंट ने एक सुरक्षित, सम्मानजनक और बराबर काम का माहौल बनाने की दिशा में मिलकर काम करने की कोशिश को बढ़ावा दिया। बैठक में विमेन फोरम की जॉइंट सेक्रेटरी डॉ. राधिकानाथ, चीफ कोऑर्डिनेटर आरकेएससी सावित्री, और फोरम लीडर कराडी शिवा, कोऑर्डिनेटर चंद्रशेखर मौजूद थे।
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