युवाओं से देशभक्ति को जीवन का हिस्सा बनाने का किया आग्रह
हैदराबाद। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) ने भारतीय सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि देने के लिए गच्चीबावली स्थित इंजीनियरिंग स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया में ‘हमारे नायकों को सलाम – ऑपरेशन सिंदूर’ का आयोजन किया। यह कार्यक्रम ऑपरेशन सिंदूर की याद में आयोजित किया गया था – पहलगाम आतंकी हमले में 7 मई, 2025 को भारत की सटीक सैन्य प्रतिक्रिया, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) ने युवाओं से देशभक्ति को जीवन का हिस्सा बनाने का आग्रह किया, जबकि डीआरडीओ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने अभियान की तकनीकी और रणनीतिक उत्कृष्टता की प्रशंसा की।
राष्ट्रीय मूल्यों से जोड़ने में एबीआरएसएम की भूमिका पर डाला प्रकाश
गुंथा लक्ष्मण ने शिक्षा को राष्ट्रीय मूल्यों से जोड़ने में एबीआरएसएम की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान श्री बल्लेपल्ली मोहन द्वारा रचित और श्री अगाराम वसंत और श्री रमण वनमाला द्वारा रचित आधिकारिक थीम गीत ‘शौर्य गीतम् – सैनिकों को सलाम’ का लोकार्पण किया गया। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, सैन्य अधिकारियों का अभिनंदन और राष्ट्रीय एकता की पुनः पुष्टि भी शामिल थी।

ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
यह एक सैन्य अभियान था जिसे भारत ने 7 मई 2025 को पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर अंजाम दिया था। इसका उद्देश्य जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज़बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों को सटीक रूप से निशाना बनाना था।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत को कितना नुकसान हुआ था?
इस कार्रवाई में भारत को कोई सैन्य या नागरिक क्षति नहीं हुई थी। पूरी योजना इस प्रकार बनाई गई थी कि हमले सटीक हों और भारतीय पक्ष को नुकसान न पहुँचे, जिससे इसे एक सफल ऑपरेशन माना गया।
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