योग्यता प्रदर्शन के बावजूद आर्यवर्धन को विश्व चैम्पियनशिप में नहीं दी गई जगह
हैदराबाद। तेलंगाना के अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता आर्यवर्धन चीलमपल्ली के नेतृत्व में भारत के शीर्ष पैरा-साइक्लिस्टों ने कथित ‘भेदभाव, लापरवाही और घोर पक्षपात’ के लिए साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (CFI) के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका (PIL) दायर की है। आरोप है कि, ‘योग्यता प्रदर्शन के बावजूद आर्यवर्धन को विश्व चैम्पियनशिप में जगह नहीं दी गई, जिससे एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में उनकी संभावनाएं खतरे में पड़ गईं।‘
एशियाई चैम्पियनशिप से चूक गए चार पैरा-साइक्लिस्ट
याचिका में उठाए गए कुछ प्रमुख मुद्दों में 2026 पैरासाइक्लिंग विश्व कप के लिए बोली लगाने से इनकार करना, एथलीट वर्गीकरण में प्रशासनिक देरी के कारण एथलीटों द्वारा पदक खोना, जिसके कारण चार पैरा-साइक्लिस्ट एशियाई चैम्पियनशिप से चूक गए, आठ संभावित पदक खो दिए, अधिकारियों द्वारा अपने बच्चों को बिना ट्रायल के भेजने के साथ भाई-भतीजावाद, आधिकारिक प्लेटफार्मों पर पैरा साइकिलिस्टों की उपलब्धियों को दबाना और अपराध की मौखिक स्वीकारोक्ति, लेकिन कोई लिखित जवाबदेही नहीं।
आरोपी अधिकारी को ही वापस भेज दी शिकायत
आर्यवर्धन ने कहा, ‘जब SAI से संपर्क किया गया, तो उन्होंने भी चौंकाने वाली बात यह है कि शिकायत वापस आरोपी अधिकारी को ही भेज दी। हम न सिर्फ़ अपने लिए, बल्कि भारत में पैरा-स्पोर्ट्स के भविष्य के लिए भी न्याय चाहते हैं।’ याचिकाकर्ताओं ने सरकार से हस्तक्षेप करने, सीएफआई की स्वतंत्र जांच कराने तथा भारतीय पैरा-खेल प्रशासन में भ्रष्ट आचरण को समाप्त करने की मांग की। पैरा साइकिलिस्टों ने आरोप लगाया, ‘आंध्र प्रदेश सरकार के समर्थन के बावजूद, भारतीय साइकिलिंग महासंघ ने 2026 पैरालंपिक विश्व कप की मेजबानी करने से इनकार कर दिया, जिससे भारत को पैरालंपिक के लिए महत्वपूर्ण योग्यता हासिल करने का मौका गंवाना पड़ा।’
जूनियर सक्षम कांस्य पदक विजेताओं का मनाया जश्न
उन्होंने आरोप लगाया, ‘एशियाई चैम्पियनशिप में आठ पदक जीतने के बावजूद, सीएफआई ने एथलीटों की उपलब्धियों को दबा दिया, जबकि जूनियर सक्षम कांस्य पदक विजेताओं का जश्न मनाया।’ उन्होंने कहा, ‘सीएफआई चयन समिति के अध्यक्ष ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने अयोग्य बेटे को बिना ट्रायल या यूसीआई की मंज़ूरी के एक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भेज दिया। सीएफआई ने बैठकों में अपनी गलती भी स्वीकार की, लेकिन औपचारिक रूप से मुद्दों को सुलझाने के बजाय कोच आदित्य मेहता को एक पद की पेशकश की (जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया)। उन्होंने आरोप लगाया, ‘सीएफआई का नेतृत्व एक ही परिवार द्वारा चलाया जा रहा है, जिससे हितों का गंभीर टकराव और सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है।’
साइकिलिंग का मतलब क्या होता है?
दोपहिया वाहन ‘साइकिल’ को चलाने की प्रक्रिया को साइकिलिंग कहते हैं। यह एक प्रकार की व्यायाम गतिविधि भी होती है जिससे शरीर चुस्त रहता है और स्वास्थ्य बेहतर होता है। इसे मनोरंजन, यात्रा, परिवहन और खेल के रूप में अपनाया जाता है।
साइकिलिंग की परिभाषा क्या है?
शरीर के संतुलन और पैरों की गति से साइकिल को नियंत्रित कर दूरी तय करने की क्रिया को साइकिलिंग कहते हैं। यह न केवल पर्यावरण के लिए अनुकूल है बल्कि हृदय और मांसपेशियों के लिए भी लाभकारी मानी जाती है।
साइकिलिंग कौन सा खेल है?
यह एक प्रतिस्पर्धात्मक खेल है जिसमें खिलाड़ी तय दूरी को साइकिल से सबसे तेज़ तय करने की कोशिश करते हैं। ओलंपिक और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में इसे रोड रेस, ट्रैक रेस और माउंटेन बाइक्स जैसे वर्गों में खेला जाता है।
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