उर्वरक आपूर्ति के घोर कुप्रबंधन की बीआरएस नेता ने की आलोचना
हैदराबाद। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव केटीआर (KTR) ने सोमवार को कांग्रेस सरकार की लापरवाही और उर्वरक आपूर्ति के घोर कुप्रबंधन की आलोचना की, जिससे राज्य भर के लगभग 70 लाख किसान संकट में हैं। उन्होंने कहा कि जिन किसानों को अपने खेतों में व्यस्त रहना चाहिए, वे अब उर्वरक की दुकानों के बाहर लंबी कतारों में खड़े होकर यूरिया और डीएपी (DAP) पाने के लिए संघर्ष करने को मजबूर हैं। उन्होंने सरकार पर समन्वय की कमी और प्रशासनिक विफलता का आरोप लगाया, जिसके कारण यह संकट उत्पन्न हुआ। उन्होंने कहा, ‘यह किसानों की सरकार या लोगों की सरकार नहीं है, बल्कि एक राक्षसी शासन है जो उन्हीं लोगों पर अत्याचार कर रहा है जिनकी सेवा करने का इसने वादा किया था।‘
तत्कालीन बीआरएस सरकार की गिनाई उपलब्धियां
कांग्रेस शासन की तुलना पूर्ववर्ती बीआरएस शासन से करते हुए रामा राव ने याद दिलाया कि किस प्रकार पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के कार्यकाल में किसानों का विश्वास बहाल करने, निवेश सहायता प्रदान करने तथा उनके परिवारों को सुरक्षित करने के लिए रैतु बंधु और रैतु बीमा को लागू किया गया था। उन्होंने बताया कि बीआरएस सरकार के अंतर्गत नोडल एजेंसी मार्कफेड ने जून तक 3-4 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का बफर स्टॉक सुनिश्चित किया था तथा जुलाई और अगस्त में आवंटन प्राप्त करने के लिए केंद्र के साथ समन्वय किया था।
केंद्र से उर्वरक कोटा उठाने में रही विफल
उन्होंने कहा, ‘हमने मार्कफेड को वित्तीय सहायता प्रदान करके और अप्रैल और मई के दौरान अग्रिम रूप से स्टॉक खरीदकर समय पर आपूर्ति सुनिश्चित की, जब उत्तरी राज्यों में कोई मांग नहीं थी।’ बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने मौजूदा संकट के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वह अप्रैल, मई और जून के दौरान केंद्र से उर्वरक कोटा उठाने में विफल रही। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा, ‘कोई समीक्षा नहीं हुई, कोई समन्वय नहीं हुआ, और कोई योजना नहीं बनी। बीआरएस के दस साल के शासन में, किसानों को कभी भी उर्वरकों के लिए कतारों में नहीं खड़ा होना पड़ा।’

कांग्रेस की उत्पत्ति कैसे हुई थी?
ब्रिटिश शासन के दौरान भारतीयों की राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने हेतु 1885 में ए.ओ. ह्यूम की पहल पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई। इसका उद्देश्य भारतीयों को एक मंच देना और शासन में भागीदारी की माँग करना था।
कांग्रेस क्या है?
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक प्रमुख राजनीतिक दल है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम में नेतृत्व किया और स्वतंत्र भारत में लंबे समय तक शासन किया। यह लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद जैसे सिद्धांतों पर आधारित है।
1969 में कांग्रेस विभाजन के क्या कारण थे?
नेतृत्व संघर्ष, इंदिरा गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच वैचारिक मतभेद, और राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विवाद प्रमुख कारण थे, जिससे कांग्रेस दो भागों—कांग्रेस (आर) और कांग्रेस (ओ)—में बंट गई।
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