शिक्षण कर्मचारियों के लिए वेटेज का प्रस्ताव
हैदराबाद। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (KGBV) और समग्र शिक्षा अभियान (SSA) में कार्यरत अनुबंध शिक्षण कर्मचारियों को जिला चयन समिति (डीएससी) के माध्यम से आगामी शिक्षक भर्ती में 10 अंकों का वेटेज मिल सकता है। स्कूल शिक्षा विभाग ने हाल ही में केजीबीवी और एसएसए में कार्यरत शिक्षण कर्मचारियों के लिए वेटेज का प्रस्ताव रखा है। यह प्रस्ताव स्टाफ नर्सों की भर्ती के लिए पहले अपनाए गए उसी मॉडल पर आधारित है, जिसमें सरकारी अस्पतालों में कार्यरत उम्मीदवारों को 30 प्रतिशत सेवा-आधारित वेटेज दिया जाता था।
10 अंक किए गए हैं प्रस्तावित
विभाग द्वारा राज्य सरकार को भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार, पात्र शिक्षकों की सेवा अवधि और स्थानीयता के आधार पर 10 अंक प्रस्तावित किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति वर्ष सेवा के लिए 1.5 अंक, शहरी क्षेत्रों में प्रति वर्ष सेवा के लिए 1.3 अंक और जीएचएमसी क्षेत्रों में प्रति वर्ष सेवा के लिए 1 अंक प्रस्तावित किया गया है। इस प्रस्ताव के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में 6.5 वर्ष सेवा देने वाले शिक्षक को पूरे अंक मिलेंगे, जबकि शहरी क्षेत्रों के उम्मीदवारों को पूरा वेटेज पाने के लिए आठ वर्ष सेवा करनी होगी। इसी प्रकार, जीएचएमसी क्षेत्र में 10 वर्ष सेवा के लिए 10 अंक आवश्यक हैं।
10,000 शिक्षण कर्मचारियों को होगा लाभ
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘प्रस्तावित प्रणाली एचआरए पर आधारित है।’ अगर इसे लागू किया जाता है, तो केजीबीवी और एसएसए योजना में कार्यरत लगभग 10,000 शिक्षण कर्मचारियों को लाभ होगा। डीएससी भर्ती में वेटेज एसएसए कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित मांग रही है, जिन्होंने पहले अपनी सेवाओं को नियमित करने या उन्हें शिक्षा विभाग में विलय करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था।

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय क्या है?
ग्रामीण और पिछड़े इलाकों की बालिकाओं को शिक्षा का अवसर देने के लिए स्थापित ये आवासीय विद्यालय हैं। इनका संचालन केंद्र सरकार की सहायता से राज्य सरकारें करती हैं, और इनमें छठी से बारहवीं तक की पढ़ाई करवाई जाती है।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना क्या है?
यह योजना 2004 में शुरू की गई थी जिसका उद्देश्य अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति, जनजाति और बीपीएल परिवारों की लड़कियों को मुफ्त शिक्षा, भोजन, वर्दी और छात्रावास जैसी सुविधाएं देना है। यह योजना समग्र शिक्षा अभियान का हिस्सा है।
कस्तूरबा गांधी के कितने बच्चे थे?
महात्मा गांधी और कस्तूरबा गांधी के कुल चार बेटे थे। उनके नाम हरिलाल, मणिलाल, रामदास और देवदास गांधी थे।
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