Politics : रेवंत रेड्डी ‘निगरानी राज्य’ चला रहे हैं : जगदीश रेड्डी

By Ankit Jaiswal | Updated: July 27, 2025 • 10:01 PM

कैबिनेट सहयोगी अपने ही नेता द्वारा फोन टैपिंग से डरते हैं

हैदराबाद। पूर्व मंत्री और बीआरएस विधायक (BRS MLA) जी जगदीश रेड्डी ने मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी पर तेलंगाना को एक ‘निगरानी राज्य’ में बदलने का आरोप लगाया है, जहां उनके अपने कैबिनेट सहयोगी अपने ही नेता द्वारा फोन टैपिंग से डरते हैं। उन्होंने कहा कि जब से सरकार का फोन टैपिंग विवाद उजागर हुआ है, एक मंत्री ने कथित जासूसी से बचने के लिए पुराने मॉडल (Modal) का फोन इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में अविश्वास पैदा हो गया है। उन्होंने कहा, ‘रेवंत रेड्डी को डर है कि वह अपना पद खो देंगे। इसलिए, वह अपने कैबिनेट सहयोगियों के फोन टैप कर रहे हैं। लेकिन हम चाहते हैं कि वह पूरे कार्यकाल तक इस पद पर बने रहें, ताकि निकट भविष्य में कांग्रेस फिर कभी सत्ता में न आए।

दिवंगत कांग्रेस नेता एस जयपाल रेड्डी की विरासत का अपमान करने का आरोप

रविवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जगदीश रेड्डी ने रेवंत रेड्डी के बयानों पर निशाना साधा और उन पर दिवंगत कांग्रेस नेता एस जयपाल रेड्डी की विरासत का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘रेवंत रेड्डी ने एक बार कहा था कि जयपाल रेड्डी ने कभी तेलंगाना राज्य के लिए बात नहीं की, लेकिन अब उनका दावा है कि तेलंगाना राज्य का निर्माण दिवंगत कांग्रेस नेता की वजह से हुआ। वह जयपाल रेड्डी का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि वरिष्ठ नेता ने रेवंत रेड्डी के चरित्र को सही ढंग से समझा था और उन्हें अपने जीवनकाल में ही दूर रखा था।

कभी भी भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे केसीआर

उन्होंने रेवंत रेड्डी के दोगलेपन का एक और उदाहरण दिया। हालाँकि मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मौजूदा कांग्रेस शासन में उन्होंने किसी भी विपक्षी विधायक को विधानसभा से निलंबित नहीं किया, लेकिन उन्होंने पिछले विधानसभा सत्र से अपने निलंबन का ज़िक्र किया। बीआरएस और भाजपा के बीच विलय की बातचीत के आरोपों पर, जगदीश रेड्डी ने ज़ोर देकर कहा कि पार्टी प्रमुख के चंद्रशेखर राव कभी भी भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। उन्होंने याद दिलाया कि दोनों पार्टियों की विचारधाराएँ मूल रूप से विपरीत हैं।

रेड्डी की मृत्यु कैसे हुई थी?

जॉर्ज रेड्डी की हत्या 14 अप्रैल 1972 को कॉलेज परिसर में की गई थी। वे छात्र राजनीति में सक्रिय थे और सामाजिक असमानताओं के खिलाफ आवाज उठाते थे। विचारधारा के विरोधियों ने उन पर चाकू से हमला किया, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु एक आंदोलन बन गई।

जी किशन रेड्डी का पूरा नाम क्या है?

गंगापुरम किशन रेड्डी उनका पूर्ण नाम है। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। तेलंगाना राज्य के निवासी किशन रेड्डी ने राजनीति में युवावस्था से सक्रिय भूमिका निभाई और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर कार्य किया। उनका नाम अब राष्ट्रीय राजनीति में जाना-पहचाना है।

जी. किशन रेड्डी कौन हैं?

भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्यरत हैं और भाजपा के वरिष्ठ नेता माने जाते हैं। वे तेलंगाना के सिकंदराबाद से लोकसभा सांसद हैं। उन्हें पर्यटन, संस्कृति और विकास से जुड़े मंत्रालयों का अनुभव है। उनका राजनीतिक सफर युवाओं के बीच प्रेरणादायक माना जाता है।

Read Also : Hyderabad : 452 पक्षी प्रजातियों का दस्तावेजीकरण

#BreakingNews #HindiNews #LatestNews brs congress mla politics revanth reddy