मादक पदार्थ मामले की जांच
हैदराबाद: निजी मेडिकल कॉलेज (Medical College) के मादक पदार्थ मामले (Drugs Case) की जांच में पता चला है कि वरिष्ठ चिकित्सकों ने ही मादक पदार्थ बेचे थे और उन्हें अपने कनिष्ठों से मिलवाया था। हैदराबाद एंटी-नारकोटिक्स ब्यूरो (एएनबी) ने चल रही जांच में एक परेशान करने वाला नया पहलू उजागर किया है, जिसमें खुलासा हुआ है कि कुछ छात्र, जो पिछले तीन वर्षों से कॉलेज में नामांकित हैं, न केवल ड्रग्स का सेवन करते हैं, बल्कि आपूर्तिकर्ता के रूप में भी काम करते हैं, तथा अपने कनिष्ठों को भी ड्रग्स की आदत में शामिल करते हैं।
कई छात्रों ने किया था गांजा का सेवन
टीजीएएनबी के अधिकारियों ने ईगल टीम के साथ मिलकर हाल ही में मेडचल के एक निजी मेडिकल कॉलेज पर छापेमारी की, जिसमें कई छात्रों ने गांजा का सेवन किया था। 26 डॉक्टरों की जाँच की गई, जिनमें से दो महिलाओं सहित 8 की जाँच पॉजिटिव आई। जिन लोगों का परीक्षण सकारात्मक आया, उन्हें पुनर्वास के लिए नशा मुक्ति केंद्र में भेजा गया। पुलिस इस मामले में शहर के एक मुख्य आपूर्तिकर्ता अरफत अहमद खान और बीदर की एक ड्रग स्रोत ज़रीना बानू को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। बताया जा रहा है कि जैसे-जैसे पुलिस आपूर्ति श्रृंखला और परिसर में ड्रग के इस्तेमाल की गहराई से जाँच करेगी, और भी गिरफ्तारियाँ होने की संभावना है।

मादक पदार्थ क्या हैं?
वे रसायन या पदार्थ जिनका सेवन करने से मानसिक और शारीरिक गतिविधियों पर प्रभाव पड़ता है, और जो नशा उत्पन्न करते हैं, उन्हें मादक पदार्थ कहा जाता है। ये स्वास्थ्य, सामाजिक और कानूनी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
मादक पदार्थ क्या है?
वे औषधीय या गैर-औषधीय तत्व होते हैं जो मनुष्य के मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर नशे की स्थिति उत्पन्न करते हैं। इनमें शराब, नशेड़ी दवाइयां, हेरोइन, कोकीन आदि शामिल हैं।
मादक पदार्थ कौन सा है?
शराब, अफीम, गांजा, हेरोइन, कोकीन, एम्फ़ेटामाइन्स जैसे पदार्थ आते हैं। ये अवैध या नियंत्रित होते हैं और इनके सेवन से शरीर व मस्तिष्क पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ते हैं।
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