Electric Vehicles : तेलंगाना (Telangana) में इलेक्ट्रिक (Electric) वाहनों की बिक्री में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। इसका सबसे बड़ा कारण है राज्य सरकार की नई ईवी नीति, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहनों पर 100 प्रतिशत रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस माफ की गई है। इस फैसले के बाद से राज्य में ईवी खरीदना न सिर्फ सस्ता हुआ है, बल्कि लोगों के बीच इसकी स्वीकार्यता भी काफी बढ़ गई है।
सात महीने में ही बिके 50,000 से ज्यादा ईवी
Electric Vehicles : नवंबर 2024 में ईवी नीति के लागू होने के बाद से सिर्फ सात महीनों में राज्य में 50,000 से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां बिक चुकी हैं। इनमें से अकेले 37,000 से ज्यादा दोपहिया वाहन हैं। इनके बाद करीब 10,000 इलेक्ट्रिक कारें बेची गईं, जिनमें से 1,153 टैक्सियां थीं। ये आंकड़े यह दिखाते हैं कि ईवी सेक्टर में किस तरह की तेजी आई है। पिछले एक साल में पंजीकृत ईवी की संख्या दोगुनी हो गई है। जहां 2023-24 में ईवी का आंकड़ा लगभग 1.25 लाख था, वहीं 2024-25 में यह 2 लाख के पार पहुंच गया है।
हर तरह के वाहनों को मिल रही है छूट
राज्य सरकार ने 2024 में यह योजना लागू की थी, जिसके तहत ईवी खरीदने वालों को पूरी तरह से रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन चार्ज में छूट दी गई। यह छूट सिर्फ कारों और बाइक तक सीमित नहीं है, बल्कि ई-ऑटो, टैक्सी, लाइट गुड्स कैरियर, ट्रैक्टर और बस जैसे बड़े वाहनों को भी इसका फायदा मिल रहा है। ये लाभ 31 दिसंबर 2026 तक लागू रहेगा और इसमें रजिस्टर्ड वाहनों की संख्या पर कोई सीमा नहीं है।
हैदराबाद में तेजी से बढ़ी ईवी की लोकप्रियता
ईवी सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि हैदराबाद में तेजी से ईवी अपनाने की वजह तेलंगाना की सोच-समझकर बनाई गई नीति है। रोड टैक्स और लाइफ टैक्स की पूरी छूट की वजह से गाड़ी खरीदना पहले से काफी सस्ता हो गया है।
कमर्शियल सेगमेंट में भी ईवी को बढ़ावा
ई-मोबिलिटी के जानकार वेणुगोपाल राव ने बताया कि हाल ही में 20,000 नए ई-थ्री-व्हीलर (e3W) परमिट जारी किए गए हैं। जिससे कमर्शियल सेक्टर में ईवी की हिस्सेदारी बढ़ी है। उन्होंने सुझाव दिया कि एससी, एसटी और अल्पसंख्यक वर्गों के लिए अलग से फाइनेंशियल स्कीम्स (वित्तीय योजनाएं) और सब्सिडी योजनाएं शुरू की जाएं। ताकि ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में भी ईवी की स्वीकार्यता और पहुंच बढ़े।
इलेक्ट्रिक वाहन कितने प्रकार के होते हैं?
इलेक्ट्रिक वाहन तीन मुख्य प्रकार के होते हैं: बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी), प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन (पीएचईवी) और ईंधन सेल इलेक्ट्रिक वाहन (एफसीईवी)। प्रत्येक ईवी प्रकार में क्या शामिल है, इसके बारे में नीचे अधिक जानें।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन कब लॉन्च हुआ था?
भारत में बनी पहली इलेक्ट्रिक कार का नाम Lovebird था और इसे 1993 में Eddy Electric कंपनी ने बनाया था. इसे सबसे पहले दिल्ली में हुए ऑटो एक्सपो में जनता के सामने पेश किया गया था. इसके बाद साल 2001 में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने Reva नाम से एक इलेक्ट्रिक कार लॉन्च की थी।