Telugu Film Industry Meeting: तेलुगु फिल्म उद्योग की एक महत्वपूर्ण और बहुप्रतीक्षित बैठक हाल ही में विशाखापत्तनम (विजाग) में आयोजित की गई। इस बैठक में सिनेमा उद्योग से जुड़े निर्माता, वितरक, प्रदर्शक और कई गणमान्य व्यक्ति भागीदार हुए।
प्रमुख हस्तियों में सी. कल्याण, श्रावंती रवीकिशोर, भारत भूषण और सुधाकर रेड्डी जैसी नामचीन शख्सियतें भी मौजूद रहीं। यह बैठक उद्योग से जुड़े प्रधान मुद्दों जैसे कि सिनेमा टिकट की कीमतों, थिएटर वितरण के प्रतिशत और टिकट मैनेजमेंट पर केंद्रित रही।
डोंडपर्थी में हुआ गहन विमर्श
Telugu Film Industry Meeting: बैठक डोंडपर्थी प्रदेश के एक विशेष स्थल पर आयोजित की गई, जहाँ सभी सदस्यों ने मौजूदा सिनेमा वितरण प्रणाली में मौजूद समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की।
यह स्पष्ट किया गया कि टिकट की कीमतों में हो रही अनियमितताओं और छोटे निर्माताओं को हो रहे हानि की भरपाई के लिए एक स्थायी समाधान आवश्यक है।
सुझाव दिया गया कि टिकट की दरों को एकसमान और पारदर्शी बनाया जाए, जिससे प्रदर्शकों, वितरकों और निर्माताओं को समान लाभ मिल सके।

समिति गठन की तैयारी
बैठक के अंत में फैसला लिया गया कि एक स्वतंत्र समिति गठित की जाएगी जो टिकट दर, वितरण प्रतिशत और सिनेमा हॉल (Theater) के प्रबंधन से जुड़े मसलों की निगरानी करेगी। इस समिति में निर्माताओं, वितरकों और प्रदर्शकों के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा।
इसका उद्देश्य तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री को और अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनाना है। आने वाले हफ्तों में समिति के सदस्यों की सूची जारी की जा सकती है।

पवन कल्याण की टिप्पणी बनी चर्चा का विषय
इसी बैठक के दौरान आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और अभिनेता पवन कल्याण की टिप्पणी ने भी सुर्खियां बटोरीं। पवन कल्याण ने कहा कि फिल्म संघों के प्रतिनिधियों को एकजुट होकर सरकार से संवाद करना चाहिए।
उन्होंने यह भी प्रश्न उठाया कि क्या एक साल में गठबंधन सरकार तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों से कोई औपचारिक मुलाकात करती है? उनकी यह टिप्पणी उद्योग में पारदर्शिता और राजनीतिक सहभागिता की जरूरत को दर्शाती है।