सिर पर गंभीर चोट; भयावह घटना का वीडियो वायरल”
Udupi : कर्नाटक के उडुपी (Udupi) में अंबलपडी जंक्शन के पास सोमवार शाम एक लॉरी ने एक बाइक चालक की दोपहिया वाहन को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक का नाम प्रदीप कुमार (33) था। टक्कर के कारण सवार का सिर बुरी तरह कुचल गया। ट्रक उसे घटनास्थल से लगभग 100 मीटर तक घसीटता हुआ ले गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
लापरवाही से ट्रक चलाने का आऱोप
पुलिस के अनुसार, यह दुर्घटना (Accident) शाम करीब 6:50 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग 66 करावली बाईपास-किन्नीमुल्की सर्विस रोड पर अंबालापडी जंक्शन के पास हुई। आरोप है कि ट्रक ड्राइवर लव पाटिल करावली बाईपास की तरफ से किन्नीमुल्की की ओर तेजी और लापरवाही से गाड़ी चला रहा था और उसने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। प्रदीप कुमार उसी दिशा में मोटरसाइकिल चला रहा था। टक्कर के कारण प्रदीप कुमार मोटरसाइकिल समेत सड़क पर गिर गए और उनके सिर में गंभीर चोटें आईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
एनएचएआई और ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज
यह दुर्घटना एनएचएआई और अंबलपडी जंक्शन के पास फ्लाईओवर का काम कर रहे ठेकेदार की लापरवाही के कारण हुई परिणामस्वरूप, गड्ढों से भरी सर्विस रोड पर कथित तौर पर तेज़ी और लापरवाही से चलाई गई 16 पहियों वाली लॉरी के कारण यह दुर्घटना हुई। शिवपुरा, करकला निवासी सुधीर की शिकायत के आधार पर, उडुपी यातायात पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 281 और 106(1) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उडुपी क्यों प्रसिद्ध है?
उडुपी कृष्ण मंदिर, तुलु अष्टमथा के लिए उल्लेखनीय है और इसका नाम लोकप्रिय उडुपी व्यंजन पर है। यह भगवान परशुराम क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है, और कानाकाणा किंडी के लिए प्रसिद्ध है। तीर्थयात्रा का केंद्र, उडुपी को राजाता पीठ और शिवली (शिबालेल) के रूप में जाना जाता है। इसे मंदिर शहर भी कहा जाता है।
इतिहास क्या है उडुपी का?
13वीं शताब्दी में संत माधवाचार्य द्वारा स्थापित उडुपी श्रीकृष्ण मंदिर और द्वैत वेदांत का दर्शन है. मंदिर की स्थापना के साथ-साथ अष्ट मठों (आठ मठों) की परंपरा शुरू हुई, जो हर दो साल में चक्रीय रूप से मंदिर के प्रबंधन का कार्यभार संभालते हैं. उडुपी नाम का संबंध ‘तारे’ (उडु) और ‘भगवान’ (पा) से है, और यह भगवान परशुराम क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है।
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