Tirumala Leopard: तिरुमाला के प्रसिद्ध अलीपीरी और श्रीवारी सीढ़ियों के आसपास हाल ही में तेंदुओं की गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। इन घटनाओं के बाद तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने भक्तोंओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए तुरंत कार्रवाई की है। हाल की एक प्रसंग में 350वीं सीढ़ी पर तेंदुआ दिखने के बाद तीर्थयात्रियों में भय का माहौल बन गया। इससे पहले भी इन मार्गों पर अरण्य जानवरों की हलचल की खबरें सामने आती रही हैं।
टीटीडी और वन विभाग ने गोकुलम में की समीक्षा बैठक
तिरुपति के गोकुलम भवन में इस मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें टीटीडी ईओ जे. श्यामला राव, अतिरिक्त ईओ वेंकैया चौधरी, वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, स्वास्थ्य, सतर्कता और पंचायत राज विभाग के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस बैठक में भारतीय वन्यजीव संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. रमेश कृष्णमूर्ति और अन्य विशेषज्ञ भी उपस्थित थे।
भक्तोंओं की सुरक्षा के लिए उठाए गए ये कदम
TTD ने भक्तोंओं को सुरक्षा देने के लिए कई आधुनिक उपाय अपनाए हैं। इनमें संमिलित हैं:
- कैमरा ट्रैप और स्मार्ट स्टिक
- बायो-फेंसिंग और नेट गन
- हाई फ्लैश टॉर्च और काली मिर्च स्प्रे
- अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात
- ग्रुप में चलने की अनिवार्यता

12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की एंट्री पर रोक
टीटीडी ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से 12 साल से कम उम्र के बच्चों के अलीपीरी वॉकवे पर चलने पर अस्थायी रोक लगा दी है। इसके साथ ही भक्तोंओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे अकेले यात्रा न करें।
निगरानी और सफाई पर दिया जा रहा विशेष ध्यान
Tirumala Leopard: TTD और वन विभाग द्वारा अलीपीरी से लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर तक के दो किमी प्रदेश में निगरानी बढ़ा दी गई है। सुरक्षा कर्मी पैदल गश्त कर रहे हैं और हर हलचल पर नज़र रखी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सफाई अभियान तेज किया गया है और कचरा प्रबंधन पर विशेष बल दिया जा रहा है।
दुकानों पर नियंत्रण और संयुक्त अभियान
टीटीडी (TTD) ने अलीपीरी मार्ग पर प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों की बिक्री पर भी रोक लगाने का निर्णय लिया है। दुकानदारों को जागरूक किया जा रहा है और कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
इस पूरी मुहिम में टीटीडी, वन विभाग, सतर्कता, राजस्व और स्वास्थ्य विभाग संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं।