आपातकाल में 11 महीने रहे जेल, 2 बार बने गुजरात के सीएम…
गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट आज क्रैश हो गई. क्रैश हुए विमान में सवार यात्रियों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी थे। इस विमान हादसे में एक यात्री के अलावा सभी के निधन की जानकारी आ रही है. पूर्व सीएम रुपाणी भी हादसे में जीवित नहीं बच सके हैं।
गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट आज दोपहर डेढ़ बजे के करीब क्रैश हो गई. विमान में सवार 242 यात्रियों में एक गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी थे. रुपाणी सहित सभी यात्रियों के निधन की जानकारी रिपोर्ट की जा रही है। 1 यात्री के बचने की भी खबर आ रही है। पर इसमें और स्पष्टता आना बाकी है. जहां तक विजय रुपाणी की बात है, वे 2016 से 2021 के बीच दो कार्याकल में गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। वे राजकोट पश्चिम विधानसभा सीट से विधायक चुने जाते रहे।
विजय रुपाणी का जन्म म्यांमार के यंगून में मायाबेन और रमनीकलाल रुपाणी के यहां हुआ था. वे अपने मां-बाप के सातवें और सबसे छोटे बेटे थे. कहते हैं कि बर्मा में राजनीतिक अस्थिरता के कारण 1960 में इनका परिवार बर्मा से राजकोट चला आया. विजय रुपाणी ने सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी से एलएलबी की पढ़ाई करने के बाद सक्रिय तौर पर भारतीय जनता पार्टी और उससे जुड़े संगठनों के साथ राजनीति की। आइये विजय रुपाणी के राजनीतिक और निजी जीवन पर एक नजर डालें।
आनंदीबेन सरकार में मंत्री
- विजय रुपाणी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत एबीवीपी के कार्यकर्ता के तौर पर किया था. बाद में रुपाणी ने आरएसएस और फिर 1971 में जनसंघ में शामिल हो गए. भारतीय जनता पार्टी की स्थापना ही के समय से रुपाणी इसके सदस्य रहे. पहले राजकोट नगर निगम के कॉर्पोरेटर और फिर राजकोट के मेयर बने।
- 1998 में रुपाणी भाजपा की गुजरात ईकाई के महासचिव बने. केशुभाई पटेल के मुख्यमंत्री रहते हुए रुपाणी ने भारतीय जनता पार्टी के घोषणापत्र समिति का नेतृत्व किया था. 2006 में रुपाणी गुजरात पर्यटन के मुखिया बने. फिर 2006 से 2012 तक वे राज्यसभा सदस्य रहे।
- अगस्त 2014 में जब गुजरात विधानसभा के स्पीकर वजूभाई वाला ने राजकोट पश्चिम विधानसभा सीट से इस्तीफा दिया तो रुपाणी को इस सीट से उम्मीदवार बनाया गया. वे बड़े अंतर से चुनाव जीत गए और फिर विधायक बने. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद गुजरात में आनंदीबेन पटेल की सरकार में रुपाणी मंत्री बने।
2 बार रहे गुजरात के CM
- पर्यटन, श्रम और जल आपूर्ति जैसे अहम मंत्रालय को संभालने के बाद फरवरी 2016 में रुपाणी भारतीय जनता पार्टी की राज्य ईकाई के अध्यक्ष बने. आनंदीबेन पटेल की गुजरात सरकार से विदाई के बाद उनकी जगह रुपाणी मुख्यमंत्री अगस्त 2016 में बने. अगले साल विधानसभा चुनाव हुआ।
- रुपाणी न सिर्फ अपनी सीट जीते बल्कि मुख्यमंत्री भी बनाए गए. इसके बाद 11 सितंबर 2021 तक वे मुख्यमंत्री रहे. उनके बाद भूपेन्द्र भाई पटेल ने गुजरात की कमान संभाली. आज विजय रुपाणी के असामयिक निधन से न सिर्फ गुजरात बल्कि देश भर में शोक की लहर है।