पीसीबी ने उत्पादन रोकने का आदेश जारी किया
मेदक। मनोहराबाद मंडल के कुचारम गांव के औद्योगिक (Industrial) क्षेत्र में स्थित श्रीयांश लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के कई कर्मचारी मंगलवार को मशीनरी संचालन के दौरान संदिग्ध हानिकारक गैसों के रिसाव के बाद बीमार पड़ गए। खाँसते और हाँफते हुए कर्मचारी प्लांट से बाहर भागे। उनका आरोप था कि पाइप क्षतिग्रस्त होने के कारण पिछले कुछ दिनों से गैस लीक (Gas Leak) हो रही थी, लेकिन प्रबंधन ने सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। गैस रिसाव की तीव्रता कथित तौर पर इतनी ज़्यादा थी कि आस-पास के पेड़ सूख गए। सभी प्रभावित मज़दूरों को एम्बुलेंस से स्थानीय अस्पताल ले जाया गया।
उत्पादन रोकने का आदेश
गैस रिसाव की घटना के बाद, तेलंगाना राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने श्रीयांश लैब्स प्राइवेट लिमिटेड, यूनिट-2 को उत्पादन रोकने का आदेश जारी किया है। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, बोर्ड को आसपास के उद्योगों से क्लोरीन रिसाव के कारण वायु प्रदूषण की शिकायत मिली थी। निरीक्षण करने वाले अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार सुबह लगभग 9.30 बजे एक सिलेंडर से क्लोरीन गैस का रिसाव हुआ और लगभग 30 मिनट में इस पर काबू पा लिया गया। निरीक्षण के दौरान, लीक हुए सिलेंडर के आसपास के क्षेत्र में क्लोरीन की तेज़ गंध देखी गई और उद्योग ने पानी और मिट्टी का उपयोग करके रिसाव को नियंत्रित किया। क्लोरीन के अंश रेत में मौजूद थे और आसपास के वातावरण में फैल गए थे।
क्लोरीन गैस रिसाव के समय गुल थी बिजली
पीसीबी ने कहा कि उद्योग प्रतिनिधि ने उन्हें बताया कि क्लोरीन गैस रिसाव के समय बिजली गुल थी और डीजी सेट सिलेंडर भंडारण क्षेत्र के पास ही स्थित था। इसलिए, वे नियंत्रण उपाय करने के लिए डीजी सेट को तुरंत चालू नहीं कर सके। पीसीबी ने कहा कि इससे पता चलता है कि डीजी सेट का स्थान सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त नहीं था। उद्योग ने क्लोरीन गैस रिसाव को नियंत्रित करने के लिए एहतियाती और पर्याप्त उपाय नहीं किए, जिससे आसपास के उद्योगों के कर्मचारियों में असुविधा और दहशत फैल गई। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए, बोर्ड ने इकाई को उत्पादन रोकने का आदेश जारी किया है।

भारत में गैस रिसाव कब हुआ था?
सबसे भीषण गैस रिसाव की घटना 2-3 दिसंबर 1984 की रात को भोपाल में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री में हुई थी। इसमें मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का रिसाव हुआ, जिससे हज़ारों लोग मारे गए और लाखों प्रभावित हुए। इसे दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदियों में गिना जाता है।
विजाग गैस रिसाव क्या था?
7 मई 2020 को विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) के LG पॉलिमर्स केमिकल प्लांट में स्टाइरीन गैस का रिसाव हुआ था। यह हादसा लॉकडाउन के दौरान हुआ और इससे 12 लोगों की मृत्यु और सैकड़ों लोग बीमार हो गए। इसके बाद कंपनी पर कानूनी कार्रवाई हुई।
गैस लीक से क्या होगा?
ऐसी घटनाओं में हवा में विषैली गैसें फैलती हैं जो श्वसन तंत्र, त्वचा, आंखों और शरीर के अन्य अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं। तेज़ प्रभाव से मौत, लकवा, गर्भस्थ शिशु पर असर, फेफड़ों की बीमारी और पर्यावरण प्रदूषण तक हो सकता है।
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