World Bank Forecast: वर्ल्ड बैंक ने अपनी हालिया Global Economic Prospects प्रतिवेदन में भारत की वित्त साल 2025-26 की आर्थिक वृद्धि दर 6.3% पर बनाए रखी है। अप्रैल 2025 में इस अंदाज़ा को जनवरी के 6.7% से घटाकर 6.3% किया गया था। इसके पीछे प्रमुख कारण वैश्विक व्यापार तनाव और नीतिगत अनिश्चितता बताए गए हैं।
चौथी तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ रही मजबूत
हालांकि चौथी तिमाही (Q4) में भारत की GDP ग्रोथ 7.4% रही, लेकिन FY25 की समग्र वृद्धि 6.5% पर आकर रुक गई, जो कोविड के बाद की सबसे धीमी दर है। इसके बावजूद, भारतीय रिज़र्व बैंक ने FY26 के लिए विकास दर 6.5% ही रखी है।

भारत-अमेरिका व्यापार में बढ़ रही टेंशन
World Bank Forecast: अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक हिस्सादार बना हुआ है, जहां 2024-25 में द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब डॉलर तक पहुंच गया। अमेरिका भारत के 18% निर्यात और 6.22% आयात का हिस्सादार है। भारत को 41.18 अरब डॉलर का व्यापार सरप्लस भी मिला।
हालांकि, अमेरिका की नई टैरिफ नीतियों ने चिंता बढ़ाई है। 2 अप्रैल को अमेरिका ने भारत से आने वाले स्टील और समुद्री उत्पादों पर 26% अतिरिक्त मूल्य लगाया। 10 अप्रैल को अमेरिका ने इन टैरिफों को 90 दिन के लिए स्थगित कर दिया, जो 9 जुलाई तक लागू रहेगा।

भारत के लिए आगे क्या?
भारत अमेरिका से अपने टेक्सटाइल, रत्न, चमड़े जैसे उत्पादों पर शुल्क छूट चाहता है, जबकि अमेरिका भारत से इलेक्ट्रिक वाहन, शराब, डेयरी और GM फसलों पर छूट की अपेक्षा रखता है। भारत GM फसलों को लेकर सतर्क है लेकिन गैर-GM उत्पादों के लिए खुलेपन की नीति अपना रहा है।
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