Chambal Expressway : 402 किलोमीटर लंबा मार्ग राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा; कोटा-इटावा की यात्रा का समय 6 घंटे कम होगा
भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास तेजी से हो रहा है, और इसका एक बेहतरीन उदाहरण है Chambal Expressway। यह 402 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे तीन प्रमुख राज्यों को आपस में जोड़ेगा और यातायात, व्यापार एवं क्षेत्रीय विकास के लिए एक नया द्वार खोलेगा।
रूट विवरण: कहां से कहां तक?
Chambal Expressway की शुरुआत राजस्थान के कोटा से होगी और इसका अंतिम बिंदु उत्तर प्रदेश के इटावा में होगा। यह मध्य प्रदेश के कई जिलों से होकर गुज़रेगा, जिससे पूरे क्षेत्र की कनेक्टिविटी मजबूत होगी।

प्रमुख जिले जो इस रूट से जुड़ेंगे:
- राजस्थान: कोटा, बारां
- मध्य प्रदेश: मुरैना, भिंड, श्योपुर
- उत्तर प्रदेश: इटावा
यात्रा में होगा कितना समय कम?
वर्तमान में कोटा से इटावा की यात्रा में लगभग 10 से 12 घंटे का समय लगता है। लेकिन Chambal Expressway बनने के बाद यह दूरी मात्र 6 घंटे में तय की जा सकेगी, यानी 6 घंटे की बचत।
क्यों अहम है यह प्रोजेक्ट?
- तीन राज्यों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना
- कम समय में तेज़ यात्रा और ईंधन की बचत
- व्यापार और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
- सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की रफ्तार बढ़ेगी
निर्माण और लागत
- यह परियोजना नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अंतर्गत आ रही है।
- कुल लागत लगभग ₹8,250 करोड़ रुपये आंकी गई है।
- एक्सप्रेसवे में चार से छह लेन की हाई-स्पीड सड़क होगी, और इसे ग्रीनफील्ड तकनीक से बनाया जा रहा है।
पर्यावरणीय पहलू
NHAI ने सुनिश्चित किया है कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में पर्यावरणीय संतुलन भी बना रहे।
- पेड़ लगाने की योजना
- अपशिष्ट जल का पुन: उपयोग
- पर्यावरणीय मुआवजा नीति
संभावित सामाजिक-आर्थिक लाभ
- ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर
- भूमि की कीमतों में इज़ाफा
- स्थानीय व्यापारियों और MSMEs को फायदा
- बड़े लॉजिस्टिक हब का विकास संभावित

विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
“चंबल एक्सप्रेसवे सिर्फ एक सड़क नहीं बल्कि तीन राज्यों के लिए विकास की रीढ़ बन सकता है।”
— विकास अवस्थी, इंफ्रास्ट्रक्चर एनालिस्ट
भविष्य की योजना
- एक्सप्रेसवे को भविष्य में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से जोड़ने की योजना है।
- इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन और ट्रैवलर फैसिलिटी सेंटर की भी योजना है।
Chambal Expressway एक ऐतिहासिक परियोजना है जो सिर्फ यात्रा को आसान नहीं बनाएगी, बल्कि कृषि, व्यापार, टूरिज़्म और ग्रामीण विकास के नए अवसरों को भी जन्म देगी। कोटा से इटावा अब और भी नज़दीक होंगे — दूरी तो वही रहेगी, लेकिन सफर का अनुभव बिल्कुल बदलेगा।