Netherlands ने थामा भारत का साथ, आतंकवाद पर साझा मोर्चा विदेश मंत्री जयशंकर की अहम कूटनीतिक मुलाकात
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में Netherlands के प्रधानमंत्री से नीदरलैंड की राजधानी में मुलाकात की। यह बैठक वैश्विक आतंकवाद के खतरे और उससे निपटने के लिए दोनों देशों के सहयोग को लेकर बेहद महत्वपूर्ण रही।
इस मुलाकात में क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर गहन चर्चा हुई।

आतंकवाद के खिलाफ Netherlands और भारत की साझेदारी
Netherlands और भारत ने आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त रणनीति अपनाने की प्रतिबद्धता दिखाई है।
दोनों देशों ने कहा कि आतंकवाद किसी भी राष्ट्र की संप्रभुता और मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे।
मुख्य बिंदु:
- आतंकवाद के विरुद्ध सूचना साझा करने पर सहमति
- संयुक्त अभ्यास और काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशन पर चर्चा
- वैश्विक मंचों पर एकजुट प्रयासों को प्राथमिकता देने की सहमति
वैश्विक सुरक्षा में भूमिका निभाता Netherlands
Netherlands ने यह स्पष्ट किया कि वह न केवल यूरोपीय क्षेत्र में बल्कि वैश्विक स्तर पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए तैयार है।
भारत के साथ उसकी यह साझेदारी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करेगी।

भारत-नीदरलैंड द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा
Netherlands के साथ भारत के संबंध केवल रणनीतिक नहीं बल्कि व्यापार, विज्ञान, तकनीक और जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर भी केंद्रित हैं।
जयशंकर की इस यात्रा ने इन संबंधों को एक नई ऊर्जा दी है।
दोनों देशों ने इस वर्ष के अंत तक कई और उच्च स्तरीय बैठकों पर सहमति जताई है।
भारत और नीदरलैंड की यह साझेदारी न केवल दोनों देशों की सुरक्षा को सशक्त बनाएगी, बल्कि वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त संदेश भी देगी। जयशंकर और डच पीएम के बीच हुई यह मुलाकात आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय राजनीति में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।