Israel Missile Defense क्यों नहीं रोक रहा हर मिसाइल?
ईरान और इजरायल के बीच तनाव चरम पर है, और ऐसे में सवाल उठता है कि Israel Missile Defense सिस्टम होते हुए भी IDF (Israel Defense Forces) हर ईरानी मिसाइल को इंटरसेप्ट क्यों नहीं कर रहा? इस रहस्य के पीछे छिपी है एक बेहद गुप्त और रणनीतिक सोच—IDF की “सीक्रेट वार पॉलिसी”।
Israel Missile Defense: कितनी सक्षम है इजरायल की सुरक्षा प्रणाली?
- इजरायल के पास Iron Dome, David’s Sling, और Arrow 3 जैसे अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम हैं।
- ये सिस्टम छोटी से लेकर इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों तक को मार गिराने की क्षमता रखते हैं।
- इसके बावजूद, कई मिसाइलें या ड्रोन सीमित नुकसान पहुंचा रही हैं।

IDF की “सीक्रेट वार पॉलिसी” क्या है?
- इजरायल की रक्षा नीति के अनुसार, हर हमले का जवाब रणनीतिक सोच और लागत-लाभ विश्लेषण के आधार पर तय किया जाता है।
- हर मिसाइल को इंटरसेप्ट करना अत्यंत महंगा पड़ता है—Iron Dome से एक मिसाइल को गिराने की लागत $50,000 से अधिक हो सकती है।
- यदि कोई मिसाइल खाली इलाकों में गिरने वाली हो, तो उसे रोकने की ज़रूरत नहीं समझी जाती।
आर्थिक और सैन्य संतुलन की रणनीति
- इजरायल की नीति यह भी है कि वह अपने संसाधनों को लंबी लड़ाई के लिए सुरक्षित रखे।
- यदि हर मिसाइल को रोका जाए, तो युद्ध के शुरुआती चरण में ही रक्षा प्रणाली थक सकती है या खत्म हो सकती है।
- इसीलिए IDF हर हमले को टैक्टिकल लेवल पर स्कैन करता है और फिर कार्रवाई करता है।

साइकोलॉजिकल वॉरफेयर भी है हिस्सा
- इजरायल कभी-कभी जानबूझकर कुछ हमलों को नजरअंदाज करता है ताकि दुश्मन को गलत आत्मविश्वास हो जाए।
- इसके बाद IDF प्रत्याघात (retaliation) में दुश्मन के रणनीतिक ठिकानों को तबाह करता है।
- यह नीति दुश्मन को भ्रमित रखने और मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने का काम करती है।
Israel Missile Defense प्रणाली दुनिया की सबसे उन्नत टेक्नोलॉजी में से एक है, लेकिन उसकी हरकतें केवल तकनीक नहीं, बल्कि रणनीति, बजट, मनोविज्ञान और सैन्य लक्ष्य से संचालित होती हैं। IDF की “सीक्रेट वार पॉलिसी” यही बताती है कि हर गोली का जवाब जरूरी नहीं होता, लेकिन हर प्रतिक्रिया का असर निर्णायक होना चाहिए।