తెలుగు | Epaper

Earthquake : दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके, घरों से निकले लोग

Anuj Kumar
Anuj Kumar
Earthquake : दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके, घरों से निकले लोग

दस सैकेंड तक चले भूकंप का हरियाणा के झज्जर में था केंद्र। दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, गाजियाबाद, बागपत और मेरठ भी हिला।

गुरुवार सुबह दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए। दिल्ली-नोएडा समेत गाजियाबाद, मेरठ और बागपत में ये झटके महसूस हुए। सुबह 9 बजकर एक मिनट पर भूकंप आया जो करीब दस सेकंड तक रहा। अचानक आए इस भूकंप की वजह से लोग सहम गए और अपने घरों से बाहर निकल गए। अधिकांश लोगों को भूकंप खत्म हो जाने के बाद पता चला कि भूकंप आया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट (Seismological Center report) ने हरियाणा के झज्जर को इस भूकंप का केंद्र बताया है। रिएक्टर स्केल पर इसकी त्रीवता करीब 4.01 मापी गई है।

अचानक आए भूकंप से सहम गए लोग

देश की राजधानी दिल्ली समेत यूपी के गाजियाबाद, बागपत, मेरठ और नोएडा (Noida) में गुरुवार सुबह अचानक लोग समह गए। वजह थी कि भूकंप के झटके। इन सभी जिलों में झटके महसूस किए गए। यह झटके करीब 10 सेकंड तक चले इससे डरकर लोग अपने ऑफिस और घरों से निकलकर बाहर आ गए। इसकी वजह ये भी थी झटके काफी तेज थे।

17 फरवरी को भी इस तरह का एक भूकंप आया था

इससे पहले 17 फरवरी को भी इस तरह का एक भूकंप आया था। सुबह 9 बजकर एक मिनट पर अब एक बार फिर से इसी तरह के झटके आए। बिल्डिंगों में छत के पंखे हिलने लगे। जो लोग सड़क पर थे उन्हे भी यह झटके महसूस हुए। इसकी वजह ये रही कि झटके करीब दस सैकेंड तक चले। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील है। गनीमत रही कि भूकंप की त्रीवता 4.1 थी। अगर यह थोड़ा और अधिक होती तो बड़ा नुकसान इस भूकंप से हो सकता था

भूकंप शॉर्ट नोट क्या है?

भूकंप अचानक और बिना किसी चेतावनी के आ सकते हैं। भूकंप ज़मीन का एक हिंसक और अचानक कंपन है, जो पृथ्वी की पपड़ी में एक फॉल्ट लाइन के साथ टेक्टोनिक प्लेटों के बीच होने वाली हलचल के कारण होता है । भूकंप के कारण ज़मीन हिल सकती है, मिट्टी का द्रवीकरण हो सकता है, भूस्खलन हो सकता है, दरारें पड़ सकती हैं, हिमस्खलन हो सकता है, आग लग सकती है और सुनामी आ सकती है।

भूकंप रेखाएं क्या है?

भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जो किसी भी समय और पृथ्वी की सतह पर कहीं भी आ सकती है । अन्य प्राकृतिक आपदाओं की तुलना में, भूकंप सबसे शक्तिशाली और मजबूत आपदा है जो एक बड़े क्षेत्र को नष्ट कर सकती है

Read more : Amarnath यात्रा के लिए सात दिनों में तीर्थयात्रियों की संख्या एक लाख पार

📢 For Advertisement Booking: 98481 12870