मंत्री के मोबाइल ‘गेम’ वीडियो पर विवाद
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की युवा शाखा के अध्यक्ष सूरज चव्हाण (Suraj Chavan) को पार्टी प्रमुख अजित पवार ने पद से हटा दिया है। सूरज और उनके साथियों द्वारा मराठा संगठन ‘छवा’ के नेता राजेंद्र पाटिल पर कथित तौर पर हमला करने के बाद, उन्हें पद से हटा दिया गया है। अजित पवार (ajit pawar) ने अपने करीबी सहयोगी चव्हाण से तुरंत अपने पद से इस्तीफा देने को कहा है, क्योंकि पाटिल की पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ था।
राजनीतिक गलियारों में हलचल
लातूर में हुई इस घटना ने महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। इसके बाद, मराठा संगठनों ने लातूर में बंद का आह्वान किया। धाराशिव दौरे पर आए राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे से भी छवा कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की और सूरज चव्हाण के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। छावा ने एक बार फिर लातूर में बंद का आह्वान किया। छावा समर्थकों द्वारा धाराशिव, जालना, नांदेड़ और बीड में भी विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम देखे गए।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
यह मामला तब शुरू हुआ जब एनसीपी नेता और कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे विधानसभा सत्र के दौरान कथित तौर पर रमी खेलते हुए पकड़े गए। इसका एक वीडियो एनसीपी के शरद पवार गुट के नेता रोहित पवार ने ट्वीट किया। इसके बाद कोकाटे के इस्तीफे की मांग तेज हो गई। अपना विरोध जताने और कोकाटे के इस्तीफे की मांग करने के लिए, राजेंद्र पाटिल और छावा के अन्य सदस्य लातूर में सुनील तटकरे से मिलने गए।

बैठक के दौरान, उन्होंने प्रतीकात्मक विरोध के तौर पर उनके सामने ताश के पत्ते फेंके। इस कृत्य को वहां मौजूद एनसीपी नेताओं ने अपमान समझा और फिर कथित तौर पर पाटिल और उनके समर्थकों पर हमला कर दिया। यह घटना कैमरे में कैद हो गई, जिसमें सूरज चव्हाण को पाटिल पर शारीरिक हमला करते हुए साफ तौर पर दिखाया गया।
छावा का प्रभाव
1990 में स्थापित, मराठा युवा संगठन छावा का समुदाय में काफ़ी प्रभाव है। मराठा और बहुजन समुदायों के सदस्यों के बीच इसकी मज़बूत पकड़ का श्रेय विभिन्न मुद्दों पर समूह के आक्रामक रुख को जाता है। यह समूह किसानों और मराठा समुदाय से संबंधित हिंसक विरोध प्रदर्शनों में भी शामिल रहा है। राज्य भर में मराठा समुदाय में छावा के प्रभाव को देखते हुए, इसके नेताओं पर हमला आगामी चुनावों में एनडीए गठबंधन की संभावनाओं को नुकसान पहुँचा सकता है।
अजीत पवार का राजनीतिक करियर क्या है?
अजीत पवार महाराष्ट्र के वरिष्ठ राजनेता और एनसीपी नेता हैं। उन्होंने 1991 में पहली बार विधायक बनने के बाद कई बार उपमुख्यमंत्री का पद संभाला। वे जल संसाधन मंत्री भी रहे और किसानों से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स में सक्रिय भूमिका निभाई है।
शरद पवार का अजीत पवार से क्या संबंध है?
शरद पवार अजीत पवार के चाचा हैं। शरद पवार एनसीपी के संस्थापक और वरिष्ठ नेता हैं, जबकि अजीत पवार उनके भाई अनंतराव पवार के बेटे हैं। दोनों का राजनीतिक करियर एक ही पार्टी से जुड़ा रहा है।
अजीत पवार अलग क्यों हुए?
अजीत पवार एनसीपी में नेतृत्व को लेकर मतभेदों के कारण अलग हुए। उन्होंने 2023 में शरद पवार के खिलाफ बगावत कर महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार में डिप्टी सीएम का पद संभाल लिया। यह कदम सत्ता और पार्टी नेतृत्व को लेकर उठाया गया।
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