नई दिल्ली। तेलंगाना वन, पर्यावरण और धर्मस्व मंत्री कोंडा सुरेखा ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार (Central Government) और भाजपा तेलंगाना राज्य में पिछड़े वर्गों के आरक्षण (Backward class) के मामले में धोखा करती हैं तो वे बेपरवाह नहीं होंगे। एक पिछड़े वर्ग के मंत्री के रूप में एक पिछड़े वर्ग की संतान के रूप में अगर भाजपा और बीआरएस दल इस मामले में पाखंडी रवैया अपनाते हैं, तो जनता के बीच उनकी पोल खुल जाएगी, मंत्री सुरेखा ने चेतावनी दी।
मंत्री ने राज्य की जनता को स्पष्टीकरण देने की माँग की
उन्होंने दिल्ली स्थित तेलंगाना भवन में मंत्रियों पोन्नम प्रभाकर, वक्ति श्रीहरि और आदि श्रीनिवास के साथ मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने विधानसभा में पिछड़ा वर्ग विधेयक पेश करके केंद्र को भेजा होता, तो भाजपा इसे रोक देती। यह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग आरक्षण विधेयक अभी राष्ट्रपति के पास है। लेकिन, क्या वे इसे स्वीकार करेंगे? सुरेखा ने भाजपा और केंद्र सरकार से राज्य की जनता को स्पष्टीकरण देने की माँग की। उन्होंने भाजपा को पिछड़े वर्गों को धोखा देने वाले कार्यक्रम न चलाने की चेतावनी दी।
कांग्रेस पार्टी ने ही इस देश में दलितों और आदिवासियों को आरक्षण दिया
इस बीच, उन्होंने बताया कि उनके मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, हालाँकि उच्च वर्ग के नेता हैं, ने संबंधित वर्गों को समझाने और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ही इस देश में दलितों और आदिवासियों को आरक्षण दिया है। उन्होंने याद दिलाया कि अतीत में, हमने संयुक्त राज्य अमेरिका में भी मुसलमानों को आरक्षण दिया था। अब, हम ही पिछड़े वर्गों को आरक्षण दे रहे हैं, मंत्री सुरेखा ने बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार समाज में पिछड़े वर्गों और निम्न वर्गों को आरक्षण देने में हमेशा सबसे आगे रहेगी।
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने तेलंगाना सरकार द्वारा की गई जनगणना पर पूर्ण संतोष व्यक्त किया
उन्होंने याद दिलाया कि कल (गुरुवार) राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, पिछड़े वर्ग के मंत्रियों के साथ-साथ एक विशेषज्ञ समिति खड़गे और राहुल गांधी के साथ एक बैठक हुई थी। इस बैठक में, बताया गया कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने तेलंगाना सरकार द्वारा की गई जनगणना पर पूर्ण संतोष व्यक्त किया। मंत्री ने आलोचना की कि बीआरएस ने पिछड़ी जातियों की जनगणना में बिल्कुल भी भाग नहीं लिया और कहा कि उन्हें पिछड़ी जातियों से कोई लगाव नहीं है। उन्होंने दोनों दलों के नेताओं को सलाह दी कि वे पिछड़ी जातियों के प्रति भाजपा और बीआरएस का दोहरा रवैया फिलहाल बंद करें और सामाजिक न्याय के लिए काम करें।
कोंडा सुरेखा का पति कौन है?
Konda Surekha जी का पति Konda Murali (या Konda Muralidhar Rao) हैं। वे पूर्व MLC (Member of Legislative Council) और तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी से जुड़े राजनीतिक नेता हैं।
सामंथा और कोंडा सुरेखा का मुद्दा क्या है?
कोंडा सुरेखा और सामंथा (Samantha Ruth Prabhu) के बीच विवाद मुख्यतः तब शुरू हुआ जब कोंडा सुरेखा ने शीघ्र ही संख्या में विवादित टिप्पणियाँ कीं।
Konda Surekha ने क्या बयान दिया है?
कोंडा सुरेखा ने अक्टूबर 2, 2024 को कहा कि “Samantha‑Naga Chaitanya के तलाक के पीछे K.T. Rama Rao (KTR) का हाथ है”।
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