चोरों के एक गिरोह को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू
हैदराबाद। हैदराबाद पुलिस ने रात के समय सिकंदराबाद से मवेशी चुराने वाले मवेशी चोरों के एक गिरोह को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। डीसीपी (उत्तर) रश्मि पेरुमल ने बताया कि सिकंदराबाद में एक गिरोह द्वारा कार में घूमकर मवेशी चोरी (Cattle Theft) करने की शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज किया गया। रश्मि पेरुमल ने बताया कि पेशेवर गिरोह रात में मवेशियों को जबरन एक मॉडिफाइड कार (Car) में डालकर ले जा रहा था। मामला दर्ज कर लिया गया है और अपराधियों को पकड़ने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं। पुलिस ने बताया कि पिछले साल भी इसी तरह की चोरी में शामिल एक गिरोह को गिरफ्तार किया गया था। टास्क फोर्स के एडिशनल डीसीपी ए श्रीनिवास राव ने बताया कि यह गिरोह सड़कों पर आवारा मवेशियों की पहचान करता था और रात में उन्हें चुरा लेता था।

मवेशी कौन सा जानवर है?
गाय, बैल, भैंस, बकरी, भेड़, ऊँट जैसे जानवर जिन्हें मनुष्य पालता है और जो दूध, मांस, चमड़ा या खेती जैसे कार्यों में उपयोग होते हैं, उन्हें मवेशी कहा जाता है। ये पालतू पशु होते हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में इनकी अहम भूमिका होती है।
आवारा मवेशी क्या होता है?
ऐसे पालतू जानवर जो बिना किसी निगरानी के सड़कों, खेतों या सार्वजनिक स्थलों पर घूमते रहते हैं, उन्हें आवारा मवेशी कहा जाता है। इनका कोई निश्चित मालिक नहीं होता या उन्हें खुला छोड़ दिया जाता है, जिससे ये यातायात, फसलों और लोगों को नुकसान पहुँचा सकते हैं।
हैदराबाद का पिछला नाम क्या था?
हैदराबाद का ऐतिहासिक नाम भाग्यानगर था। कहा जाता है कि यह नाम मोहम्मद क़ुली कुतुब शाह ने अपनी प्रेमिका भागमती के नाम पर रखा था। बाद में जब भागमती का नाम हैदराबाद बेगम पड़ा, तो शहर का नाम भी बदलकर हैदराबाद कर दिया गया।
Read Also : Crime : मादक पदार्थों की तस्करी का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा हैदराबाद