मोबाइल फोन और फूलों की दुकान भी थी मौजूद
हैदराबाद। सोमवार देर रात मेडचल (Medchal) टाउन के बाजार क्षेत्र में एक गैस सिलेंडर फटने से एक इमारत ढह गई, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, विस्फोट पूर्व एमपीटीसी (MPTC) सदस्य मुरली के आवास पर हुआ, जहाँ एक मोबाइल फ़ोन की दुकान और दो फूलों की दुकानें भी थीं। अचानक हुए विस्फोट से इमारत ढह गई और मलबा सड़क पर बिखर गया। एक पैदल यात्री, जिसकी पहचान अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, मलबा गिरने से घायल हो गया और उसकी मौत हो गई।
दुकान का शटर भी हो गया क्षतिग्रस्त
टक्कर इतनी भयंकर थी कि ढही हुई इमारत के सामने स्थित एक दुकान का शटर भी क्षतिग्रस्त हो गया। घायलों में एक बुजुर्ग महिला थिरुपथम्मा और रफीक और दिनेश नाम के दो अन्य लोग शामिल हैं। उन्हें इलाज के लिए कोमपल्ली के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। मेडचल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और विस्फोट के कारणों और उसके बाद हुई संरचनात्मक विफलता की जाँच कर रही है। आगे की जानकारी का इंतज़ार है।

भारत में गैस सिलेंडर की शुरुआत कब हुई थी?
घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की आपूर्ति भारत में 1960 के दशक की शुरुआत में शुरू हुई, जब इंडियन ऑयल और अन्य तेल कंपनियों ने रसोई गैस वितरण की व्यवस्था शुरू की।
गैस सिलेंडर कितने प्रकार के होते हैं?
इनकी प्रमुख श्रेणियाँ तीन होती हैं:
- घरेलू एलपीजी सिलेंडर (14.2 किग्रा),
- वाणिज्यिक सिलेंडर (19 किग्रा या 47.5 किग्रा),
- औद्योगिक/सीएनजी/हाई प्रेशर गैस सिलेंडर (जैसे ऑक्सीजन, नाइट्रोजन आदि)।
सिलेंडर के अंदर कौन सी गैस होती है?
घरेलू रसोई गैस सिलेंडर में एलपीजी (LPG – Liquefied Petroleum Gas) होती है, जो मुख्यतः ब्यूटेन और प्रोपेन गैस के मिश्रण से बनी होती है।
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