नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना (India Air Fource) ने एक बार फिर अपनी सैन्य शक्ति और रणनीतिक कौशल का परिचय देते हुए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने 9 अगस्त 2025 को बेंगलुरु में 16वें एयर चीफ मार्शल एलएम कात्रे मेमोरियल लेक्चर में सनसनीखेज खुलासा किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत ने पाकिस्तान के पांच फाइटर जेट्स और एक AEW&C (एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल) विमान को मार गिराया।
यह ऑपरेशन 7 से 10 मई 2025 के बीच हुआ, जो 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी। इस अभियान ने भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति और तकनीकी श्रेष्ठता को दुनिया के सामने रखा।
ऑपरेशन सिंदूर: सटीक और घातक हमला
एयर चीफ मार्शल सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर एक खुफिया आधारित मिशन था, जिसमें सैटेलाइट निगरानी, ड्रोन तकनीक, और मानव खुफिया जानकारी का इस्तेमाल किया गया। भारतीय वायुसेना ने रडार ब्लैकआउट और NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) का सहारा लेकर इस हमले को गोपनीय रखा। लक्ष्य था बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकी ठिकानों को तबाह करना।
हमले इतने सटीक थे कि आसपास की इमारतों को कोई नुकसान नहीं हुआ, जिसे सैटेलाइट तस्वीरों और स्थानीय मीडिया से साबित किया गया। सिंह ने कहा, “हमारा उद्देश्य आतंकी ठिकानों को नष्ट करना और पाकिस्तान की हवाई ताकत को कमजोर करना था।”
S-400 का ऐतिहासिक प्रदर्शन
ऑपरेशन में भारत की रूस निर्मित S-400 ट्रायम्फ मिसाइल सिस्टम ने गेम-चेंजर की भूमिका निभाई। इसने 300 किलोमीटर की दूरी से पाकिस्तान के AEW&C विमान को मार गिराया, जो अब तक का सबसे लंबी दूरी का हवाई हमला माना जा रहा है। इसके अलावा, जैकबाबाद एयरबेस पर खड़े F-16 फाइटर जेट्स और भोलारी एयरबेस पर AEW&C विमान को भी नष्ट किया गया। सिंह ने गर्व से कहा, “S-400 ने पाकिस्तानी विमानों को उनके लंबी दूरी के ग्लाइड बमों का इस्तेमाल करने से रोका। यह हमारी वायु रक्षा की ताकत का जीता-जागता सबूत है।”
पहलगाम हमले का जवाब
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत को आक्रोशित कर दिया था। जैश-ए-मोहम्मद के इस हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें नौ पाकिस्तानी विमानों को नष्ट किया गया, जिसमें पांच फाइटर जेट्स, एक AEW&C, और अन्य ड्रोन शामिल थे। यह ऑपरेशन महज 22 मिनट में पूरा हुआ, और भारत ने इसके तुरंत बाद पाकिस्तान को इसकी जानकारी दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “हमने साफ कर दिया कि आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
पाकिस्तान का दावा और भारत का पलटवार
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने ऑपरेशन के दौरान एक भारतीय राफेल जेट को मार गिराया, लेकिन भारतीय वायुसेना ने इसे “भ्रामक प्रचार” करार देते हुए खारिज किया। सिंह ने स्पष्ट किया कि सभी भारतीय पायलट सुरक्षित लौटे, और कोई राफेल जेट नष्ट नहीं हुआ। IAF ने सैटेलाइट तस्वीरों और ग्राउंड इंटेलिजेंस के जरिए अपनी सफलता को साबित किया। इस ऑपरेशन ने दक्षिण एशिया में भारत की सैन्य श्रेष्ठता को रेखांकित किया।
सियासी और सामरिक प्रभाव
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल पाकिस्तान की हवाई ताकत को झटका दिया, बल्कि भारत की तकनीकी और सामरिक क्षमता को भी दुनिया के सामने लाया। विपक्षी नेता सुप्रिया श्रीनाथ ने इसे “आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता” बताया। यह अभियान भारत की S-400 प्रणाली और राफेल जेट्स की ताकत का प्रतीक है। जैसे-जैसे और विवरण सामने आएंगे, यह स्पष्ट है कि भारत ने अपनी सीमाओं की रक्षा और आतंकवाद को कुचलने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी।
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