विज्ञान और स्वास्थ्य नवाचार का एक हिस्सा ओपन डे कार्यक्रम
हैदराबाद : हैदराबाद के 22 स्कूलों के 900 से अधिक छात्र राष्ट्रीय पोषण संस्थान (NIN) द्वारा आयोजित ओपन डे कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे। ओपन डे कार्यक्रम, जो भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की नेक्स्टजेन एक्सप्लोरर्स (शाइन) पहल के लिए विज्ञान और स्वास्थ्य नवाचार का एक हिस्सा है, का उद्देश्य स्कूली बच्चों में स्वास्थ्य और नवाचार के बारे में वैज्ञानिक जांच और जागरूकता की भावना को बढ़ावा देना था।
हर साल ऐसे आयोजन जारी रखने की योजना
छात्रों को एनआईएन परिसर का दौरा करने, वैज्ञानिकों और तकनीकी कर्मचारियों के साथ सीधे बातचीत करने, तथा पोषण और सार्वजनिक स्वास्थ्य में अनुसंधान को प्रदर्शित करने वाले विभिन्न प्रदर्शनों और प्रदर्शनों का अवलोकन करने का अनूठा अवसर मिला। आईसीएमआर-एनआईएन की निदेशक डॉ. भारती कुलकर्णी ने कहा, ‘यह पहल अगली पीढ़ी को नवोन्मेषी सोच रखने और देश की वैज्ञानिक प्रगति में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करती है। हम युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए हर साल ऐसे आयोजन जारी रखने की योजना बना रहे हैं।’
स्वास्थ्य विज्ञान क्या है?
मानव शरीर, मन और पर्यावरण से जुड़े रोग, उनकी रोकथाम, उपचार और स्वास्थ्य संवर्धन का अध्ययन स्वास्थ्य विज्ञान कहलाता है। इसमें चिकित्सा, नर्सिंग, पोषण, मनोविज्ञान और सार्वजनिक स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों का समावेश होता है, जो जीवन की गुणवत्ता सुधारने पर केंद्रित होते हैं।
विज्ञान के अनुसार स्वास्थ्य क्या है?
विज्ञान की दृष्टि से स्वास्थ्य केवल रोगों की अनुपस्थिति नहीं है, बल्कि शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से पूर्ण रूप से स्वस्थ होना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे एक समग्र स्थिति के रूप में परिभाषित किया है, जो जीवन के सभी पहलुओं को शामिल करती है।
स्वास्थ्य विज्ञान के जनक कौन थे?
स्वास्थ्य विज्ञान के जनक के रूप में हिप्पोक्रेट्स को जाना जाता है। वे प्राचीन ग्रीक चिकित्सक थे, जिन्हें “मेडिसिन का जनक” भी कहा जाता है। उन्होंने रोगों के कारण और उपचार को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझाने की शुरुआत की, जो आधुनिक चिकित्सा की नींव बना।
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