दिल्ली, 11 अगस्त 2025: बिहार में विशेष गहन संशोधन (SIR) और 2024 के लोकसभा चुनावों में कथित “वोट चोरी” के खिलाफ इंडिया ब्लॉक के सांसदों के संसद से निर्वाचन आयोग (ECI) तक प्रस्तावित मार्च से पहले दिल्ली पुलिस ने संसद मार्ग और आसपास के क्षेत्रों को ब्लॉक कर दिया है।
विपक्षी सांसदों, जिनका नेतृत्व लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी कर रहे हैं, ने आज सुबह 11:30 बजे संसद के मकर द्वार से निर्वाचन सदन तक मार्च निकालने की योजना बनाई थी। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने बताया कि मार्च के लिए कोई औपचारिक अनुमति नहीं मांगी गई है, जिसके चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और बैरिकेड्स लगाए गए हैं।
दिल्ली पुलिस की तैयारी:
दिल्ली पुलिस ने संसद मार्ग, ट्रांसपोर्ट भवन और निर्वाचन सदन के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है। अतिरिक्त पुलिस बल, त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT), और सुरक्षा वाहन तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।ट्रांसपोर्ट भवन और ECI कार्यालय के बाहर बैरिकेड्स लगाए गए हैं।
विपक्ष का आरोप:
इंडिया ब्लॉक के 300 से अधिक सांसद, जिसमें 25 विपक्षी दलों के नेता शामिल हैं, इस मार्च में भाग लेने वाले हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी और ECI की मिलीभगत से बिहार में SIR के जरिए मतदाता सूची में हेरफेर किया जा रहा है।उन्होंने कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र का उदाहरण देते हुए इसे “संविधान के खिलाफ अपराध” बताया।
ECI की प्रतिक्रिया:
ECI ने कांग्रेस सांसद जयराम रमेश को पत्र लिखकर आज दोपहर 12 बजे एक मुलाकात का समय दिया है, लेकिन स्थान की कमी के कारण केवल 30 व्यक्तियों को शामिल होने की अनुमति दी गई है। अभी तक जयराम रमेश की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
मार्च का उद्देश्य:
विपक्षी सांसद बिहार में SIR और 2024 के लोकसभा चुनावों में कथित मतदाता धोखाधड़ी के खिलाफ विरोध जता रहे हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) “फर्जी फॉर्म” भर रहे हैं, और एक ही व्यक्ति के नाम कई मतदान केंद्रों पर दर्ज हैं।
सियासी रणनीति:
मार्च के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे विपक्षी सांसदों के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे, जिसमें कथित मतदाता धोखाधड़ी के मुद्दे पर साझा रणनीति बनाई जाएगी।
सियासी माहौल:
यह मार्च इंडिया ब्लॉक की एकता और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर उनके रुख को दर्शाता है। हालांकि, आम आदमी पार्टी (AAP), जो हाल ही में गठबंधन से अलग हुई थी, इस मार्च में शामिल होगी, लेकिन गठबंधन के आधिकारिक बैनर के बिना। दिल्ली पुलिस की ओर से अनुमति न मिलने और बैरिकेड्स के बावजूद विपक्षी सांसदों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात ECI तक पहुंचाएंगे।
चुनाव से पहले बिहार में SIR और मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को लेकर विपक्ष का यह मार्च सियासी तनाव को और बढ़ा सकता है। दिल्ली पुलिस की कड़ी सुरक्षा और बैरिकेड्स के बीच यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या विपक्षी सांसद ECI तक पहुंच पाते हैं और उनकी मांगों पर क्या कार्रवाई होती है। इस बीच, संसद के मॉनसून सत्र में भी इस मुद्दे पर हंगामे की संभावना बनी हुई है।
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