सिक्किम कैडर के 2005 बैच के IAS अधिकारी आंजनेय कुमार सिंह (Anjaneya Kumar Singh) को केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में सातवीं बार सेवा विस्तार दिया है। 16 फरवरी 2015 को अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान यूपी में प्रतिनियुक्ति पर आए सिंह ने अपनी सख्त प्रशासनिक शैली से सुर्खियां बटोरीं।
विशेष रूप से, 2019 में रामपुर के जिलाधिकारी के रूप में उन्होंने समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की, जिसमें भू-माफिया और अवैध कब्जे के आरोप शामिल थे। इन कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप आजम खान को जेल जाना पड़ा और उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हुई।
आंजनेय सिंह की यूपी में लगातार सात एक्सटेंशन (चार बार एक-एक साल और दो बार छह-छह महीने) ने उन्हें योगी आदित्यनाथ सरकार के भरोसेमंद अधिकारियों में शुमार किया है। मार्च 2021 से वह मुरादाबाद के मंडलायुक्त रहे, लेकिन 14 अगस्त 2025 को उनकी प्रतिनियुक्ति समाप्त होने पर वह छुट्टी पर चले गए थे। केंद्र ने अब उनकी सेवा अगस्त 2026 तक बढ़ा दी है।
अखिलेश यादव ने उनके एक्सटेंशन और{PC0} पर बार-बार सवाल उठाए, लेकिन योगी सरकार की सिफारिश पर केंद्र ने उन्हें बार-बार विस्तार दिया। मऊ जिले के मूल निवासी सिंह की कार्रवाइयों ने उन्हें विवादों में भी रखा, विशेष रूप से सपा नेताओं के साथ। उनकी नई जिम्मेदारी जल्द घोषित होने की उम्मीद है।
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