राजनीतिक संकट में नई सरकार की तैयारी
काठमांडू: नेपाल(Nepal) में जारी अस्थिरता के बीच आज एक नई अंतरिम सरकार के गठन की संभावना बन गई है। देर रात राष्ट्रपति आवास शीतल निवास में हुई बैठक में पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की(Sushila Karki) को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त करने पर सहमति बनी। हालांकि, संसद के विघटन को लेकर पेच अब भी फंसा है। इस बीच ईंधन संकट गहराने से आम जनता को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नई सरकार पर सहमति और पेच
राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल(Ram Chandra Paudel) ने देर रात नेपाली सेना प्रमुख अशोक राज सिगडेल की मौजूदगी में सुशीला कार्की से मुलाकात की। बैठक सुबह 3:30 बजे समाप्त हुई, जिसके बाद आज शपथ दिलाने का कार्यक्रम तय किया गया। राष्ट्रपति कार्यालय का मानना है कि इससे राजनीतिक अस्थिरता को थामने में मदद मिलेगी।
लेकिन संसद भंग करने को लेकर नेताओं में मतभेद बने हुए हैं। संवैधानिक मुद्दों पर असहमति की वजह से अंतरिम सरकार की प्रक्रिया अधर में अटकी है। इसी कारण आज दोपहर फिर से बैठक बुलाई गई है, ताकि विवादित मुद्दों का हल निकाला जा सके और सरकार का गठन सुचारू रूप से आगे बढ़े।
ईंधन संकट और जनता की दिक्कतें
भारत सीमा पर ट्रकों के फंसने से नेपाल(Nepal) में तेल की भारी किल्लत हो गई है। काठमांडू से लेकर धंगढ़ी तक पेट्रोल-डीजल खत्म होने की स्थिति है। लोग घंटों लाइन में खड़े होकर ईंधन लेने को मजबूर हैं। कई पेट्रोल पंप बंद हो गए हैं, जबकि खुले पंपों पर लंबी भीड़ देखी जा रही है।
आंशिक कर्फ्यू ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। सुबह और शाम के कुछ घंटों को छोड़कर सेना और पुलिस सड़कों पर तैनात हैं। हिंसा की घटनाओं में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं, जिससे आम नागरिकों का जीवन कठिन हो गया है। इसी बीच राष्ट्रपति ने जनता से धैर्य बनाए रखने और शांति की अपील की है।
क्या सुशीला कार्की आज शपथ लेंगी?
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल आज सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त कर सकते हैं। बैठक के फैसले के बाद उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
नेपाल में तेल संकट क्यों गहराया?
भारत सीमा पर सैकड़ों ट्रक फंसे हुए हैं, जिसके कारण ईंधन आपूर्ति बाधित हुई है। पेट्रोल-डीजल की कमी से राजधानी सहित कई शहरों में हालात गंभीर हो गए हैं और जनता को लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है।
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