नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर पहुंच गए हैं। यहां उनसे ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप ‘वनएक्सबेट’ से जुड़े धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के मामले में लंबी पूछताछ की जा रही है। युवराज उन तमाम क्रिकेटरों और हस्तियों की कड़ी में शामिल हैं, जिन्हें इस अवैध ऐप के प्रचार के लिए कथित तौर पर इस्तेमाल किया गया।
इससे पहले रॉबिन उथप्पा, सुरेश रैना, शिखर धवन जैसे सितारों से भी ED ने घंटों सवाल किए। अब कल अभिनेता सोनू सूद की बारी है। केंद्र सरकार के नए कानून के बाद ये जांच तेज हो गई है, जो वास्तविक धन वाली ऑनलाइन गेमिंग पर सख्ती का संकेत दे रही है। आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
युवराज सिंह ED के चंगुल में
युवराज सिंह सोमवार को ED के दिल्ली स्थित मुख्यालय पहुंचे, जहां उनसे इस केस में गहन पूछताछ शुरू हो गई। ED के अधिकारियों ने उनसे ऐप के प्रचार से जुड़े सवाल किए—कैसे संपर्क हुआ, प्रचार के लिए कितना पैसा मिला, भुगतान कहां से और कैसे किया गया। युवराज पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर इस ऐप का प्रमोशन किया था, जो विदेशी सर्वर पर चलता है और भारत में अवैध माना जाता है।

इससे ठीक पहले, रॉबिन उथप्पा से ED ने 8 घंटे से ज्यादा पूछताछ की। उथप्पा सुबह 11 बजे पहुंचे और शाम साढ़े 7 बजे तक वहीं रहे। ED ने उनका बयान दर्ज किया। इसी तरह, अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती, सुरेश रैना, शिखर धवन, अंकुश हाजरा और इन्फ्लुएंसर अन्वेषी जैन से भी दिल्ली ED ऑफिस में सवाल-जवाब हुए। ED का फोकस है कि इन हस्तियों को प्रचार के लिए कैसे लाया गया—क्या वे जानबूझकर शामिल हुए या लॉबिंग का शिकार बने?
‘वनएक्सबेट’ ऐप का काला खेल
‘वनएक्सबेट‘ एक अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म है, जो 18 साल से सक्रिय है। ये 70 भाषाओं में उपलब्ध है और यूजर्स को हजारों स्पोर्ट्स इवेंट्स पर दांव लगाने की सुविधा देता है। लेकिन भारत में ये अवैध है, क्योंकि ये मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी फंडिंग का जरिया बन गया। ED का दावा है कि ऐप के जरिए अरबों रुपये की सट्टेबाजी हो रही थी, जो विदेशी सर्वरों से कंट्रोल होती थी।
हाल ही में केंद्र सरकार ने वास्तविक धन वाली ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून पारित किया। इसके तहत ऐसी साइट्स पर सख्ती बढ़ गई। ED ने कई क्रिकेटरों और बॉलीवुड स्टार्स को प्रमोशन के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। युवराज सिंह जैसे खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर ऐप के ऐड्स शेयर किए, जिससे युवाओं को लुभाया गया। ED अब ये पता लगा रही है कि भुगतान भारत में हुआ या विदेश से, और कितना टैक्स चोरी हुआ।
ED की साजिश?: हस्तियों पर निशाना, कल सोनू सूद की बारी
ED की जांच में अब तक 10 से ज्यादा हस्तियां तलब हो चुकी हैं। युवराज सिंह की पूछताछ के बाद कल (24 सितंबर) अभिनेता सोनू सूद ED के दफ्तर हाजिर होंगे। ED का कहना है कि ये प्रचार अवैध फंडिंग का हिस्सा था, और हस्तियों को ‘ब्रैंड एम्बेसडर’ बनाकर लाया गया। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “हम ये देख रहे हैं कि क्या ये सेलिब्रिटीज को ब्लैकमेल किया गया या वे स्वेच्छा से शामिल हुए।”
इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, लेकिन ED ने कई दस्तावेज जब्त किए हैं। जांच एजेंसी का मकसद अवैध सट्टेबाजी के नेटवर्क को तोड़ना है, जो IPL जैसे इवेंट्स के दौरान चरम पर होता है।
क्रिकेट जगत पर साया, सख्त कानून का असर
युवराज सिंह की पूछताछ क्रिकेट और मनोरंजन जगत के लिए झटका है। पूर्व क्रिकेटरों पर सवाल उठने से IPL और अन्य लीग्स पर असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ये केस ऑनलाइन गैंबलिंग के खिलाफ नई लकीर खींचेगा। युवराज ने अभी कोई बयान नहीं दिया, लेकिन उनके वकील ने कहा, “सब कुछ कानूनी है, कोई चिंता नहीं।” ED की जांच जारी है, और आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं। क्या ये सिलसिला रुकेगा? आने वाले अपडेट्स पर नजर रहेगी।