न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकों से अलग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सहित मुस्लिम देशों के चुनिंदा नेताओं के साथ बैठक की।
इस वार्ता में गाजा (GAZA) में चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए राजनयिक, राजनीतिक और मानवीय विकल्पों पर विचार किया गया।
“आज की सबसे अहम बैठक” – ट्रंप
ट्रंप ने बैठक को अपने दिन की सबसे महत्वपूर्ण बैठक करार दिया। उन्होंने कहा – “हम गाजा में युद्ध समाप्त करना चाहते हैं। मैंने कई महत्वपूर्ण बैठकें की हैं, लेकिन यह मेरे लिए सबसे ज्यादा मायने रखती है।”
कतर के अमीर का बयान
कतर के अमीर शेख तमीम ने बैठक आयोजित करने के लिए ट्रंप का आभार जताया। उन्होंने कहा – “हम यहां सिर्फ इसीलिए हैं, ताकि युद्ध रोका जा सके और बंधकों को वापस लाया जा सके। गाजा के लोगों की मदद के लिए हम आप और आपकी नेतृत्व क्षमता पर भरोसा करते हैं।”
बैठक के बाद का माहौल
बैठक के बाद ट्रंप ने पत्रकारों से सवाल-जवाब नहीं किया, लेकिन इतना जरूर कहा कि उनकी बैठक बहुत अच्छी रही।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रंप का हमला
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन के दौरान ट्रंप ने हमास (Hmas) को शांति प्रस्तावों को अस्वीकार करने का जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने उन देशों की आलोचना भी की, जिन्होंने हाल ही में फिलिस्तीन को राज्य का दर्जा दिया है।
“हम 7 अक्टूबर को नहीं भूल सकते”
ट्रंप ने कहा – “कुछ देश संघर्ष को बढ़ावा देने के लिए एकतरफा रूप से फिलिस्तीन को मान्यता देने की कोशिश कर रहे हैं। यह हमास आतंकवादियों के लिए बहुत बड़ा इनाम होगा।”
इस हफ्ते ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, पुर्तगाल और यूनाइटेड किंगडम सहित 10 देशों ने औपचारिक रूप से फिलिस्तीन को मान्यता दी है।
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