पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर कांग्रेस ने इस बार पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद अब पार्टी ने अपने शीर्ष नेताओं की सभाओं की तैयारी तेज कर दी है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी (Rahul Gandhi and Priynaka Gandhi) और मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में कांग्रेस राज्य में बड़ा चुनावी अभियान चलाने जा रही है।
राहुल की 10 और प्रियंका की 6 सभाओं की तैयारी
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी बिहार में नौ से दस चुनावी सभाएं करेंगे। वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा की पांच से छह सभाओं की योजना बनाई गई है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) की भी तीन से चार सभाएं प्रस्तावित हैं। कांग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने बताया कि पार्टी फिलहाल स्टार प्रचारकों की सूची को अंतिम रूप दे रही है। दो से चार दिनों में इन नामों की औपचारिक घोषणा की जाएगी।
गहलोत, पायलट और बघेल भी देंगे समर्थन
कांग्रेस के तीनों शीर्ष नेताओं के अलावा राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gahlot) उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी चुनाव प्रचार में शामिल होंगे। पार्टी का मानना है कि इन नेताओं की मौजूदगी से राज्य में संगठन को मजबूती मिलेगी और कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ेगा।
महागठबंधन की ओर से तेजस्वी संभालेंगे मोर्चा
उधर, राजद की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव चुनावी सभाओं का नेतृत्व करेंगे। वे न केवल राजद बल्कि महागठबंधन के अन्य सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के लिए भी प्रचार करेंगे।
राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि तेजस्वी यादव के चुनाव प्रचार कार्यक्रम की घोषणा जल्द की जाएगी। वहीं, भाकपा माले की ओर से दीपंकर भट्टाचार्य मोर्चा संभालेंगे और उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय नेता भी प्रचार में उतरेंगे।
मुख्य न्यायाधीश पर हमले को कांग्रेस ने बताया संविधान पर प्रहार
इस बीच, देश के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की घटना को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला है।बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि यह हमला किसी व्यक्ति पर नहीं, बल्कि भारत के संविधान और सामाजिक न्याय की आत्मा पर है। उन्होंने कहा कि जब एक दलित अपनी योग्यता से देश की सर्वोच्च न्यायिक कुर्सी पर बैठा है, तो एक विशेष विचारधारा इसे स्वीकार नहीं कर पा रही है।
“जूता संविधान और दलित सम्मान पर फेंका गया”
राजेश राम ने कहा कि यह घटना आरएसएस-भाजपा की घृणा से प्रेरित है। इंटरनेट मीडिया पर पहले से चल रहे दुष्प्रचार का यह नतीजा है। उन्होंने कहा कि “जूता भारत की संवैधानिक अस्मिता और बाबा साहेब के आदर्शों पर फेंका गया है।” कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और के.सी. वेणुगोपाल सहित समूची कांग्रेस ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि मुख्य न्यायाधीश निर्भीक होकर संविधान की रक्षा करें — देश उनके साथ खड़ा है।
सांसद के पास कितनी पावर होती है?
लोकसभा के संसद सदस्यों को वयस्क मताधिकार के आधार पर प्रत्यक्ष चुनावों द्वारा चुना जाता है। लोकसभा में संसद सदस्यों की अधिकतम अनुमत शक्ति 550 है।
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