निर्वाचन पदाधिकारी करेंगे नियमित निरीक्षण
- अररिया में मतदान के बाद ईवीएम (EVM) को सुरक्षित रखने के लिए त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है।
- निर्वाचन पदाधिकारी स्वयं निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं।
- सभी स्ट्रॉन्ग रूम्स में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि हर गतिविधि पर नज़र रखी जा सके।
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के तहत अररिया जिले (Araria district) में मतदान संपन्न होने के बाद ईवीएम मशीनों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अनिल कुमार और पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने कृषि उत्पादन बाजार समिति स्थित वज्रगृह में सुरक्षा व्यवस्था की संयुक्त समीक्षा की।
त्रि-स्तरीय सुरक्षा चक्र के तहत 24×7 कड़ी निगरानी सुनिश्चित की गई है। वज्रगृह के अंदरूनी हिस्से की पूरी जिम्मेदारी केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल को सौंपी गई है। प्रथम लेयर में बाहरी घेरा जिला पुलिस बल संभाल रहा है, जबकि द्वितीय लेयर में बीएसएपी के जवान तैनात हैं। तृतीय लेयर में केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल के जवानों की चौकसी बरकरार है। जिला पुलिस और (CAPF) के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं।
निर्वाचन पदाधिकारी करेंगे निरीक्षण
सुरक्षा के इंतजामों में कोई चूक न हो, इसके लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी स्वयं बज्रगृह का नियमित निरीक्षण करेंगे। सभी विधानसभा क्षेत्रों के रिटर्निंग ऑफिसर रोजाना दो बार अपने बज्रगृह की जांच करेंगे। प्रवेश केवल निकट पहचान वाले निर्वाचित पदाधिकारियों को ही मिलेगा।
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बाहरी सुरक्षा घेरे के अंदर किसी वाहन का प्रवेश सख्त वर्जित है। हर एंट्री पॉइंट पर 24×7 दंडाधिकारी और सुरक्षा बल तैनात हैं।
पदाधिकारी व कर्मी की हो रही वीडियो रिकॉर्डिंग
बज्रगृह आने वाले हर पदाधिकारी व कर्मी की वीडियो रिकॉर्डिंग हो रही है। सील्ड द्वारों और आसपास के मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनका डिस्प्ले CAPF कैंप और कंट्रोल रूम में उपलब्ध है, जहां प्रत्याशियों के अभिकर्ता भी निगरानी कर रहे हैं।
कंट्रोल रूम तीन पालियों में संचालित हो रहा है, जिसमें राजपत्रित पदाधिकारी और पुलिस अधिकारी प्रतिनियुक्त हैं। औचक जांच के लिए तीन पालियों में वरीय प्रभारी पदाधिकारी नामित किए गए हैं। जिलाधिकारी अनिल कुमार ने कहा, ईवीएम की सुरक्षा लोकतंत्र की रक्षा है। हमने त्रि-स्तरीय व्यवस्था से किसी भी संदेह की गुंजाइश नहीं छोड़ी।
CAPF और जिला बल की संयुक्त मुस्तैदी
पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने भरोसा दिलाया कि CAPF और जिला बल की संयुक्त मुस्तैदी से कोई अनहोनी नहीं होगी। यह व्यवस्था मतगणना तक जारी रहेगी, जिससे पारदर्शिता और निष्पक्षता बरकरार रहे। अररिया में शांतिपूर्ण मतदान के बाद अब फोकस सुरक्षित मतगणना पर है।
अररिया जिला किस लिए प्रसिद्ध है?
पर्यटन विश्व का सबसे ऊँची खड़गेश्वरी काली मंदिर अररिया मे ही स्थित है। इस मंदिर का महान साधक श्री नानू बाबा है। जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुन्दरनाथ धाम (सुंदरी मठ) है, जहाँ की बिहार का सबसे ऊंचा शिवलिंग है।
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