तीन दिन से लगातार उछाल बरकरार
मुंबई: बिलियनब्रेन गराज वेंचर्स लिमिटेड, जो पॉपुलर निवेश प्लेटफ़ॉर्म ग्रो(Groww) की पेरेंट कंपनी है, के शेयरों में लिस्टिंग के बाद से ही तेज उछाल देखा जा रहा है। सोमवार, 17 नवंबर को शेयर तीसरे दिन भी चढ़कर एनएसई(NSE) पर 8% की बढ़त के साथ 160 रुपये के इंट्राडे हाई तक पहुंच गया। आईपीओ के बाद इतने कम समय में मिले रिटर्न ने निवेशकों को खुश कर दिया है।
आईपीओ के बाद शानदार रिटर्न
ग्रो(Groww) का शेयर अपने 100 रुपये के आईपीओ मूल्य से अब तक 60% का रिटर्न दे चुका है। बीएसई(BSE) पर भी यह अपनी लिस्टिंग कीमत 114 रुपये से 40% ऊपर ट्रेड कर रहा है। कंपनी का 6,632 करोड़ रुपये का आईपीओ 4 से 7 नवंबर तक खुला था, जिसे 17 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। निवेशकों में क्यूआईबी(QIBs) की सबसे अधिक दिलचस्पी रही, जबकि रिटेल और एनआईआई(NIIs) ने भी बढ़-चढ़कर बोली लगाई।
बीते हफ्ते ही शेयरों का अलॉटमेंट पूरा हुआ है। लिस्टिंग के बाद से लगातार बढ़ रही कीमत ने उम्मीदों को और मजबूत किया है। बाजार जानकारों के अनुसार यह तेजी नए निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाती है।
बढ़ता डिजिटल निवेश प्लेटफ़ॉर्म
साल 2016 में फ्लिपकार्ट के पूर्व अधिकारियों द्वारा शुरू किया गया ग्रो(Groww) आज देश में एक अग्रणी डिजिटल निवेश प्लेटफ़ॉर्म बन चुका है। यह स्टॉक ब्रोकिंग, म्यूचुअल फंड और डेरिवेटिव्स सेवाएं प्रदान करता है, जिससे बड़ी संख्या में युवा निवेशक जुड़ रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में कंपनी ने तेज वृद्धि दर्ज की है और यह भारत के सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाले निवेश ऐप्स में शामिल हो गया है।
ग्रो(Groww) के 10 करोड़ से अधिक रजिस्टर्ड यूजर्स और 60 लाख से ज्यादा सक्रिय निवेशक हैं, जो इसके कारोबार के विस्तार को मजबूती देते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि इसका ग्राहक जुड़ाव मॉडल और तकनीकी मजबूती इसे अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स से अलग बनाते हैं।
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निवेशकों के लिए विशेषज्ञों की सलाह
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट की वेल्थ हेड शिवानी न्यति का कहना है कि ग्रो का कस्टमर एक्विज़िशन कॉस्ट काफी कम है और इसके म्यूचुअल फंड ग्राहकों में से बड़ी संख्या इक्विटी ट्रेडिंग की ओर भी परिवर्तित हो रही है। एयूएम में लगातार बढ़ोतरी इसे मजबूत बनाती है। हालांकि उन्होंने चेतावनी दी कि कंपनी का वैल्यूएशन ऊंचा है और फिनटेक सेक्टर में रेगुलेटरी अनिश्चितताएं बनी हुई हैं।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे ने भी कहा कि कंपनी की ढांचागत मजबूती लंबे समय के निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। जिन निवेशकों को शेयर मिले हैं वे आंशिक मुनाफा बुक कर सकते हैं, जबकि जिन्होंने नहीं खरीदा है, वे किसी अच्छी गिरावट पर एंट्री ले सकते हैं।
आईपीओ के बाद ग्रो शेयरों में तेजी क्यों दिख रही है?
नए निवेशकों का मजबूत भरोसा, कंपनी की तेजी से बढ़ती यूजर बेस और डिजिटल निवेश बाजार की मांग शेयर कीमतों को सहारा दे रही है। साथ ही क्यूआईबी और बड़े बायर्स की भारी दिलचस्पी ने भी इसकी लिस्टिंग के बाद उछाल को बढ़ाया है।
क्या अभी ग्रो शेयर में निवेश करना सही रहेगा?
विशेषज्ञ बताते हैं कि लंबी अवधि में कंपनी की संरचनात्मक स्थिति मजबूत है। हालांकि ऊंचे वैल्यूएशन और सेक्टर में नियमों की अनिश्चितता को देखते हुए नई एंट्री लेने वाले निवेशकों को गिरावट का इंतजार करना चाहिए। लंबे समय का दृष्टिकोण रखने वालों के लिए यह लाभकारी साबित हो सकता है।
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