पिछड़ा वर्ग की एक विशाल जनसभा की घोषणा
हैदराबाद। बीआरएस (BRS) ने राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों में पिछड़ी जातियों के लिए 42 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर 8 अगस्त को करीमनगर में पिछड़ा वर्ग की एक विशाल जनसभा की घोषणा की है। पार्टी नेता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलेंगे और तेलंगाना (Telangana) विधानमंडल द्वारा भेजे गए दो पिछड़ी जातियों के आरक्षण विधेयकों को मंजूरी देने और उन्हें नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपेंगे।
तेलंगाना भवन में बैठक
परिषद में विपक्ष के नेता एस मधुसूदन चारी , पूर्व मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव , गंगुला कमलाकर , वी श्रीनिवास गौड़ और अन्य बीसी नेताओं ने मंगलवार को तेलंगाना भवन में एक बैठक बुलाई, जिसमें लंबित बीसी आरक्षण विधेयक पर आगे की रणनीति पर चर्चा की गई और स्थानीय निकाय चुनावों में बीसी के लिए 42 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किया गया।
कांग्रेस कर रही नाटक
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, श्रीनिवास यादव ने कहा कि कांग्रेस नेता 5, 6 और 7 अगस्त को दिल्ली जाकर केंद्र पर पिछड़ा वर्ग आरक्षण विधेयक को मंज़ूरी देने का दबाव बनाने की योजना बनाकर एक नए नाटक का पर्दाफाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पिछड़ा वर्ग आरक्षण विधेयक को राष्ट्रपति की मंज़ूरी के लिए भेजा और फिर राज्यपाल की मंज़ूरी के लिए अध्यादेश भेजा, जबकि उन्हें अच्छी तरह पता था कि इसमें गतिरोध होगा।
धोखा देने का लगाया आरोप
उन्होंने कांग्रेस पर खोखले वादों से पिछड़े वर्गों को धोखा देने का आरोप लगाया। अगर कांग्रेस पिछड़े वर्गों को आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध थी, तो उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस सरकार में पिछड़े वर्गों को मंत्री पद और मनोनीत पदों में प्राथमिकता क्यों नहीं दी गई। उन्होंने मांग की कि सरकार की ईमानदारी साबित करने के लिए पिछड़े वर्गों को तीन कैबिनेट पद और 50 प्रतिशत मनोनीत पद दिए जाने चाहिए।

करीमनगर का इतिहास क्या है?
पुरातन काल में यह क्षेत्र सातवाहन वंश के अधीन था और बाद में चालुक्य, काकतीय, बहमनी और मुगलों का शासन रहा। करीमनगर ऐतिहासिक दृष्टि से तेलंगाना के प्रमुख शहरों में गिना जाता है। यहां कई पुरातात्विक स्थल और काकतीय कालीन मंदिर मौजूद हैं, जो इसकी सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं।
करीमनगर का कोड क्या है?
तेलंगाना राज्य के करीमनगर जिले का वाहन पंजीकरण कोड TS–02 है। यह कोड सड़क परिवहन विभाग द्वारा दिए जाते हैं ताकि जिले के वाहनों की पहचान की जा सके। इसके अलावा रेलवे स्टेशन का कोड KRMR है, जो भारतीय रेलवे द्वारा मान्यता प्राप्त है और ट्रेनों की बुकिंग में प्रयुक्त होता है।
करीमनगर का पुराना नाम क्या है?
इतिहास में करीमनगर को Sabbinadu के नाम से जाना जाता था। मुस्लिम शासनकाल में इसका नाम करीमनगर पड़ा, जब निजाम शासन में इसे एक अधिकारी Syed Karimuddin के नाम पर यह नाम दिया गया। यह नाम धीरे-धीरे आधिकारिक और स्थानीय उपयोग में लोकप्रिय हो गया।
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