Yuvagalam: आंध्र प्रदेश की राजनीति में एक नई प्रेरणा बनकर उभरी है नारा लोकेश की पदयात्रा ‘युवगालम’। इस पदयात्रा के अनुभवों, जनसंवादों और जनआंदोलनों पर आधारित पुस्तक ‘युवगालम’ (Yuvagalam) को लोकेश ने राज्य के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण को हाल ही में सचिवालय में आयोजित एक बैठक में भेंट किया।
पुस्तक में दर्ज हैं जनता की आवाज़ें
लोकेश ने इस पुस्तक के माध्यम से काह कि कैसे उन्होंने यात्रा के दौरान लोगों की आशाएं, भय, संघर्ष और उम्मीदें महसूस कीं। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक केवल एक यात्रा वृतांत नहीं, बल्कि जनता की आवाज़ को प्रविष्ट करने का प्रयास है। यह उन लोगों का दस्तावेज है, जिन्होंने पिछले शासन की नीतियों से पीड़ा झेली।

पवन कल्याण ने की प्रशंसा
पुस्तक स्वीकार करते हुए डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने कहा कि ‘Yuvagalam’ ने उन अराजकताओं को उजागर किया है, जिनके कारण राज्य पिछड़ता गया। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक आने वाली पीढ़ी के नेताओं के लिए एक सीख और चेतावनी दोनों है। पवन ने यह भी कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है, जहां लोग अब अपने अधिकारों और अतीत की गलतियों के प्रति सजग हो गए हैं।
भविष्य की राजनीति और प्रशासन पर चर्चा
इस अवसर पर लोकेश और पवन कल्याण ने राज्य की शासन व्यवस्था और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से बातचीत की। उन्होंने यह भी विचार किया कि किस प्रकार से जन आकांक्षाओं पर आधारित प्रशासन बनाया जा सकता है और किस तरह पूर्व सरकार की नीतिगत विफलताओं को सुधारा जाए।